हाल में रोकी गर्इ थी 2,000 रुपए के नोटों की छपार्इ
मौजूदा समय में देश में 2,000 रुपए के 6.70 लाख करोड़ नोट बाजार में सर्कुलेट है। हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ने इन नोटाें की छपार्इ को भी रोक दिया है। इसके बारे में आर्थिक मामलोंके सचिव सुभाष गर्ग ने 17 अप्रैल को जानकारी दी थी। बैंकाें का कहना है कि उनके पास 2000 रुपए के कुछ गंदे आैर खराब नोट हैं जिन्हे बदला जाना है लेकिन नियमों में कोर्इ बदलाव न होने के वजह से इन्हें अभी बदला नहीं जा सकता है।
आरबीआर्इ ने स्वीकारा- नियमों में बदलाव की जरूरत
केन्द्रीय बैंक ने दावा किया है कि वित्त मंत्रालय को इसके बारे में जानकारी दे दी गर्इ है। लेकिन सरकार के तरफ से इसपर अभी कोर्इ प्रतिक्रिया नहीं आर्इ है। नोट बदलने के प्रावधानों में खासकर सेक्शन 28 में बदलाव किया जाना जरूरी है जिसमें खोए हुए या गंदे आैर खराब नोट को बदलने का जिक्र है। हालांकि आरबीआर्इ ने इस बात को स्वीकार किया है कि नर्इ डिनाॅमिनेशन को नोटों को बदलने के लिए माैजूदा नियामें में बदलाव किया जाना जरूरी है।
आरबीआर्इ के नोट रिफंड नियम 2009 में बदलाव में देरी होने के वजह से महात्मा गांधी सीरीज के नोट वो नहीं बदले जा रहे है जो गंदे या खराब हो चुक है। एक अंग्रेजी अखबार को दिए अपनी प्रतिक्रिया में आरबीआर्इ ने नियमों में बदलाव के बाद ही इन नोटाें को बदला जा सकता है। हालांकि अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आखिर क्यों अब तक इस नियम में बदलाव नहीं हुआ है।