देश की सुरक्षा पहले
इसके आगे गोयनका ने कहा कि, ‘पाकिस्तान को होने वाले चाय निर्यात में कमी आ सकती है। हमारे लिए देश की सुरक्षा पहले है और इन भयावह आतंकी हमलों से निजात पाना हमारी प्राथमिकता में सबसे ऊपर है। इंडस्ट्री मिस्र, पश्चिम एशिया और रूस जैसे देशों को चाय का निर्यात बढ़ाने की कोशिश करेगी। हम मौजूदा टी मार्केट में एक्सपोर्ट बढ़ाने की योजना पर काम कर रहे हैं। घरेलू खपत बढ़ाने पर भी हमारा जोर रहेगा।’
पाकिस्तान में होता था चाय का निर्यात, भरपाई के लिए भारत उठाएगा ये कदम
चाय व्यापारी पाकिस्तानी मार्केट से होने वाले घाटे की भरपाई रूस, मिस्र और ईरान ये करने की योजना बना रहे हैं। इराक में भारत फ्रेश एंट्री भी कर सकता है। आपको बता दें कि पिछले साल यानी 2018 में भारत ने पाकिस्तान को 7.83 फीसदी ज्यादा यानी 1.58 करोड़ किलो चाय का निर्यात किया था। इतना ही नहीं, पाकिस्तान में 2007 से 2016 तक प्रति व्यक्ति चाय की खपत में 35.8 फीसदी की भारी वृद्धि दर्ज की गई है। दक्षिण भारत से पाकिस्तान को करीब 80 फीसदी चाय निर्यात की जाती है और बाकी 20 फीसदी चाय वह असम से खरीदता है। हालांकि रूस भारतीय चाय का सबसे बड़ा मार्केट है।
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