दोनों भाइयों के नाम पर रखा कंपनी का नाम Essar
पिता नंद किशोर रुइया साठ दशक की शुरुआत में युवा बेटे शशि रुइया (Shashi Ruia) को पढ़ाई के लिए विदेश भेजना चाहते थे लेकिन शशि ने इसके बजाय कारोबार शुरू करने को प्राथमिकता दी। पिता के मार्गदर्शन में शशि रुइया ने 1965 में भाई रवि रुइया (Shashi Ruia Brother Ravi Ruia) के साथ मिलकर छोटी-सी कंस्ट्रक्शन कंपनी के रूप में एस्सार ग्रुप की बुनियाद रखी। ‘एस्सार’ नाम दोनों भाइयों के नाम के पहले अक्षर के आधार पर रखा गया। समय के साथ ग्रुप के साम्राज्य का विस्तार होता गया। आज इसका कारोबार 35 देशों में फैला हुआ है।Essar Group का इन क्षेत्रों में है दबदबा
शशि रुइया ने भारत के कॉर्पोरेट परिदृश्य को अलग ढंग से परिभाषित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में एस्सार ग्रुप (Essar Group) अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खास पहचान के साथ उभरा। ग्रुप ने कंस्ट्रक्शन के अलावा स्टील, तेल रिफाइनिंग, टेलीकॉम, बिजली, ट्रांसपोर्टेशन समेत कई क्षेत्रों में कारोबार का विस्तार किया। शशि रुइया ने भाई रवि रुइया (Ravi Ruia) ने साथ मिलकर देश की कुछ सबसे बड़ी परियोजनाओं की स्थापना की। इनमें 90 के दशक में जामनगर में स्थापित सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी शामिल है। एस्सार ग्रुप का राजस्व करीब 40 अरब डॉलर है।Shashi Ruia प्रोजेक्ट निगरानी के लिए ट्रेन से करते थे सफर
शशि रुइया Shashi Ruia ग्रुप के हर बड़े प्रोजेक्ट की खुद निगरानी करते थे। गुजरात के सूरत के पास जब हजीरा प्रोजेक्ट आकार ले रहा था, वह मुंबई से ट्रेन में चार घंटे का सफर कर सूरत पहुंचते थे। समूह के पुराने लोग शशि रुइया को विनम्र और व्यावहारिक इंसान के रूप में याद करते हैं। वह अक्सर समूह में युवा लोगों को सलाह देते थे। फोब्र्स ने 2021 में शशि रुइया और रवि रुइया की नेटवर्थ करीब 2.2 अरब डॉलर बताई थी।PM Modi ने जताया शोक
शशि रुइया (Shashi Ruia) के निधन पर शोक जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, ‘शशिकांत रुइया जी उद्योग जगत की महान हस्ती थे। उनके दूरदर्शी नेतृत्व और उत्कृष्टता के प्रति कमिटमेंट ने भारत का बिजनेस परिदृश्य बदल दिया। वह हमेशा विचारों से भरे रहते थे। हमेशा चर्चा करते थे कि अपने देश को कैसे बेहतर बना सकते हैं।’यह भी पढ़ें – Navjot Singh Sidhu ने नीम-हल्दी से कैंसर ठीक होने के बयान पर लिया यूटर्न, पत्नी के इलाज के लिए डॉक्टरों को बताया भगवान