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इसलिए बढ़ा सर्विस सेक्टर
आईएचएस मार्किट की मुख्य अर्थशास्त्री पॉलियाना डी लीमा ने आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2019-20 की अंतिम तिमाही में देश के सर्विस सेक्टर की रफ्तार और बढ़ी है। पिछले साल सितंबर के बाद से कारोबारी गतिविधियों में लगातार तेजी देखी जा रही है। इसके पीछे वजह है घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों मांगों का मजबूत रहना, हालांकि रोजगार में उस अनुपात में तेजी नहीं आई है।
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विनिर्माण क्षेत्र में आई थी गिरावट
इससे पहले 02 मार्च को विनिर्माण क्षेत्र के लिए जारी खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) फरवरी में 54.5 पर रहा था। जबकि जनवरी में 55 अंक के पार चला गया था, जो 7 साल का उच्चतम स्तर था। लेकिन फरवरी के महीने में इसमें गिरावट आई। जानकारी के अनुसार विनिर्माण और सेवा सेक्टी का संयुक्त सूचकांक जनवरी के 56.3 से बढ़कर 57.6 पर पहुंच गया।