CG Education News: जिले का शिक्षा विभाग कुंभकर्णीय नींद में सोया हुआ है। इस ग्राम में एक और प्राथमिक विद्यालय है, जहां 5 शिक्षक हैं लेकिन इसी ग्राम में आबादी पारा में एक ही शिक्षक है और पांच कक्षाएं। शासकीय विद्यालय में करीब 67 बच्चे हैं लेकिन प्राथमिक विद्यालय में कोई स्थाई शिक्षक शिक्षा देने के लिए उपलब्ध नहीं हैं। इस स्कूल में कक्षा पहली और दूसरी एक कक्षा में तो वहीं कक्षा तीसरी और चौथी एक कक्षा में संचालित होती हैं। स्कूल में सिर्फ एक ही अध्यापक तैनात है। यह स्थिति देखकर अभिभावक अपने बच्चों को दूसरे स्कूलों में भेजने को मजबूर हो रहे हैं। ऐसे में नौनिहालों का भविष्य कैसे बेहतर बन सकेगा।
CG Education News: एक प्रधानपाठक के भरोसे व्यवस्था
पूरा प्राथमिक स्कूल सिर्फ प्रधान पाठक शिक्षक के भरोसे है जबकि नियम के मुताबिक 2 स्थाई शिक्षक स्कूल में होना अनिवार्य है। किसी भी एकल शिक्षक को नहीं हटाया जा सकता लेकिन प्राथमिक
विद्यालय में पदस्थ एकल शिक्षिका को प्रमोट कर ग्राम खम्हरिया स्कूल भेज दिया गया है। यहां एक प्रधान पाठक हैं, जो बच्चों को पढ़ाने के साथ ही विभागीय कार्य को भी अंजाम दे रहे हैं।
पढ़ाने के लिए नहीं है कोई स्थाई शिक्षक
नवीन प्राथमिक विद्यालय आबादी पारा जंजगिरी के पालक संघ अध्यक्ष पूर्णिमा देशमुख, तामेश्वरी देशलहरे, प्रज्ञानंद साहू, तामेश्वरी देशमुख, कमल सिंह सुकतेल ने बताया कि उनके गांव के
बच्चे स्कूल जाते हैं लेकिन पढ़ाने के लिए स्थायी शिक्षक नहीं है। कई बार स्थानीय विधायक को आवेदन दे चुके हैं लेकिन अभी तक इसकी सुनवाई नहीं हो पाई है।