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CG Crime: युवक को आशिकी करना पड़ा गया महंगा, अब खानी पड़ रही जेल की हवा… सेलूद निवासी किशन हिरवानी ने बताया कि 4 सितंबर को उनके ऑफिस में घुसकर छह आरोपियों ने जानलेवा हमला किया था। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले में शामिल चार
आरोपियों को जेल भेजा। इसमें मुख्य आरोपी देवानंद साहू उर्फ देवा ने गुरुवार को 2.47 बजे किशन हिरवानी की पत्नी के मोबाइल पर इस मोबाइल नंबर 8269818457 से फोन किया। नाम देवानंद साहू बताया, तब हिरवानी की पत्नी भयभीत होकर कॉल कट कर दिया।
इसके बाद भी देवानंद लगातार फोन करता रहा। जब वह फोन उठाकर बोली तब देवानंद कहने लगा, जो हो गया वो गया
मामले को खत्म करवाओ। आगे और बात मत बढ़ाओ। वरना जान से हाथ धोना पड़ेगा। इसके बाद हिरवानी ने उतई थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई।
जेल अधीक्षक मनीष संभाकर ने दवा किया था कि जेल के अंदर अब कोई मोबाइल चालू नहीं है। हमने पूरे जेल की बैरक की जांच कराई गई है। हरेक कैदी की तलाशी ली गई, लेकिन दोबारा जेल से फोन आना उनके दावों की कलई खोल रहा है।
एन. सुनील का जेल प्रबंधन ने लिया कथन इधर प्रताड़ना की शिकायत करने वाले एन. सुनील के मामले में जेल प्रबंधन ने कथन लिया। एन. सुनील अपनी पत्नी और वकील के साथ जेल पहुंचा। जेल प्रबंधन ने रमेश बारसे और कैदी दीपक नेपाली द्वारा जेल के अंदर मारपीट के संबंध में पूछताछ की। इसके बाद मोबाइल नंबर और जिस नंबर से स्कूटर के लिए पैसे का ट्रांजेक्शन किया था, उसकी डिटेल मांगी।
जेल से कोई फोन करता है तो उन्हें जेल कार्यालय में आवेदन करना चाहिए। थाने में शिकायत हुई है तो थाना स्तर पर उसकी जांच होगी। जेल के अंदर से जिस मोबाइल से फोन किया गया है, उस नंबर की जांच कराएंगे।