दरअसल, बडगामा ग्राम पंचायत के सरपंच कांतिलाल ने भारत आदिवासी पार्टी की नीतियों पर कटाक्ष करते हुए आदिवासी समाज की लड़कियों की शादी मुस्लिम समाज से नहीं होने देने की बात कही। सरपंच कांतिलाल ने मंच से ऐलान करते हुए कहा कि आदिवासी समाज की लड़कियों की शादी मुस्लिम समाज से नहीं होगी। आदिवासी समाज को बरगलाने वाले ऐसे लोगों को मार देना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि
राजकुमार रोत ने लोकसभा चुनाव से पहले बयान जारी करते हुए कहा था कि आदिवासी लड़कियों की शादी मुस्लिम समाज के लड़कों के साथ करना चाहिए। जिसके जवाब में अब सरंपच ने कहा कि राजस्थान में आदिवासी लड़कियों की शादी मुस्लिमों से कराने वालों को मार डालना चाहिए।
सरपंच का बयान सामने आने के बाद सांसद राजकुमार रोत ने तीखा हमला बोलते हुए कांतिलाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी दी है। सांसद रोत ने सरपंच का वीडियो शेयर करते हुए एक्स पर लिखा कि
चौरासी उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल की सभा में बीजेपी के एक पदाधिकारी ने भरे मंच से मुझे मारने की धमकी दी और बीजेपी के कार्यकर्ताओं को खुली छूट दी है कि मार दो, उड़ा दो, रास्ते से हटा दो। कई अन्य पदाधिकारियों ने भी अमर्यादित भाषा का उपयोग किया है। प्रशासन तत्काल कार्यवाही करें और मुझे व बीएपी के किसी भी पदाधिकारी के साथ कुछ होता है तो राजस्थान के मुख्यमंत्री जिम्मेदार रहेंगे।
अपने बयान पर डटे सरपंच कांतिलाल
सांसद राजकुमार रोत द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की चेतावनी के बाद भी सरपंच कांतिलाल ने अपने बयान पर डटे हुए हैं। उन्होंने अपने बयान को दोहराते हुए कहा कि सांसद राजकुमार रोत ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि आदिवासी लड़कियों को मुस्लिम से शादी करनी चाहिए। इसका वो विरोध करते हैं। हम आदिवासी समाज में ही लड़कियों की शादी कराएंगे। राजकुमार रोत कौन होता है? जो हमें दूसरे धर्म में शादी करने की सलाह देते हैं। सांसद रोत ने बीजेपी पर लगाया ये आरोप
इससे पहले सांसद रोत ने एक्स पर लिखा था कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने चौरासी आकर कुआ ग्राम पंचायत में जो बीजेपी की जबरदस्ती वाली चुनावी सभा की, वो काफी निंदनीय है। आचार संहिता होने के बावजूद आम जनता को पुलिस द्वारा जबरदस्ती लाकर बिठाया गया, बिना वजह परेशान किया और मंच से भरी सभा में जान से मार देने की धमकी देना, ऐसी गंदी राजनीति की जितनी निंदा की जाये कम है।