Rajasthan By Poll: चौरासी में CM भजनलाल की दिखी सादगी, बच्चों को बांटी चॉकलेट; नए जिले पर दिया बड़ा बयान
Rajasthan By Election 2024: राजस्थान में 7 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के प्रचार के अंतिम दिन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने चौरासी औल सलूंबर में जनसभाएं की।
Rajasthan By Election 2024: राजस्थान में 7 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव का प्रचार सोमवार को थम जाएगा। ऐसे में प्रचार के आखिरी दिन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने चौरासी औल सलूंबर में जनसभाएं की। इस दौरान उन्होंने बाप पार्टी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। साथ ही एक आदिवासी के परिवार में चाय पी, वहां बच्चों के साथ समय बिताया और उनको चॉकलेट भी बांटी।
इसके बाद सीएम भजनलाल ने अपने एक्स हैंडल पर लिखते हुए कहा कि आज चौरासी विधानसभा उपचुनाव को लेकर आयोजित जनसभा में सहभागिता के पश्चात, केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी आदिवासी परिवार के घर जाकर उनके साथ चाय का आनंद लिया तथा क्षेत्र में विकास योजनाओं को लेकर सार्थक चर्चा की।
सीएम ने कहा कि इस अवसर पर घर के देवालय में पूजा-अर्चना का सौभाग्य भी मिला, जिससे मन को असीम शान्ति और शक्ति का अनुभव हुआ। लाभार्थी परिवार द्वारा प्रदत्त निश्चल स्नेह,आत्मीय आतिथ्य सत्कार तथा स्नेहपूर्ण आदरभाव हेतु सभी का हृदय से आभार एवं धन्यवाद व्यक्त करता हूं।
बताते चलें कि चौरासी में सीएम भजनलाल ने प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी के साथ एक आदिवासी परिवार के केलूपोश घर पहुंचे। वहां पर उन्होंने खाट पर बैठकर चाय पी, इसके अलावा सीएम ने परिवार के छोटे बच्चों को चॉकलेट बांटी और घर के मंदिर में पूजा अर्चना की।
इस दौरान उन्होंने आदिवासी परिवार के सदस्यों से परिवार के साथ साथ सरकार के कामकाज, क्षेत्र की समस्याओं और विकास कार्यों के संबंध में संवाद भी किया।
उदयपुर जिले की सलूंबर सीट पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम भजनलाल ने विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि वे कहते हैं कि सलूंबर के जिले को ये कर देंगे, वो कर देंगे, अरे क्या कर देंगे। ये तो दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की घोषणा है। क्यों चिंता करते हो, इन कांग्रेसियों और बीएपी वालों के चक्कर में आने की जरूरत नहीं है।
चौरासी में त्रिकोणीय मुकाबला
गौरतलब है कि चुनाव मैदान में इस बार बीएपी, भाजपा व कांग्रेस में नए चेहरे हैं। बीएपी ने जहां जनप्रतिनिधि सलेक्शन प्रणाली के तहत अनिल कटारा को मैदान में उतारा हैं, जिसके बाद पार्टी में बगावत के स्वर उठे। बागी के तौर पर बदामीलाल ने निर्दलीय ताल ठोकी है। वहीं, भाजपा-कांग्रेस ने परंपरा व परिवारवाद के मिथक को तोड़ते हुए नए चेहरों पर दांव खेला है। भाजपा से सीमलवाड़ा प्रधान कारीलाल ननोमा एवं कांग्रेस से युवा चेहरा महेश रोत को प्रत्याशी बनाया है।