आयुर्वेदिक नुस्खे
– एक साल तक के बच्चे को शितोप्लाधी चूर्ण की आधा चम्मच मात्रा में थोड़ा शहद मिलाएं। इस मिश्रण को चाटने से भी फायदा होता है। – एक कप पानी में अड़ूसा के कुछ पत्ते उबालें। पानी के आधा रहने पर थोड़ा गुड़ मिलाकर काढ़े के रूप में गुनगुना शिशु को पिलाने से कफ दूर होगा।
– थोड़े गुड़ में एक चौथाई हल्दी पाउडर मिलाकर गोलियां बना लें। बच्चों को सुबह-शाम दो-दो गोली खिलाकर ऊपर से दूध पिला दें। – जिन बच्चों को रात में अचानक खांसी की दिक्कत हो, उन्हें एक लौंग चूसने व धीरे-धीरे खाने के लिए दें। यह तुरंत असर कर खांसी दूर करेगी। 3-4 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को लौंग न दें वर्ना गले में अटक सकती है।
– आधा गिलास पानी में दो चुटकी अजवाइन व हल्दी, 2-3 तुलसी के पत्ते, एक कालीमिर्च व अदरक का टुकड़ा उबालकर थोड़ा गुड़ मिलाकर गुनगुना पीएं। श्वासनली की सिकुड़न दूर होगी। – तुलसी, अदरक और शहद से बनी लवंगादि वटि, व्योष्यादि वटि और खदीरादिवटि को दिन में 3-4 बार देने से श्वांसनलियों में राहत होती है। खांसी के इलाज के लिए खासतौर पर इसे इस्तेमाल में लेते हैं।