यह परियोजना धौलपुर के साथ सबसे अधिक करौली के लोगो के लिए फायदेमंद साबित होने वाली थी। इसके लिए करौली में लंबे समय से संघर्ष और प्रदर्शन का दौर भी चल रहा है। 2030 करोड़ रुपए के ड्रीम प्रोजेक्ट के अचानक बंद होने से धौलपुर और करौली जिले के लोगों को निराशा हाथ लगी है।
वर्तमान में धौलपुर से जो छोटी लाइन सरमथुरा-तांतपुर के लिए संचालित है वह घाटे में चल रही है। इसके स्थान में 7 साल पहले रेलवे ने सर्वे कराकर 145 किलोमीटर इलाके में नई रेल लाइन बिछाने की योजना तैयार की थी और इस का शिलान्यास भी 5 साल पहले हो गया था। लेकिन राज्य सरकार की सुस्ती के कारण एक बड़ी योजना शुरू होने से पहले ही दम तोड़ गई।
बसेड़ी क्षेत्र के गांव बागथर के रहने वाले 4 जनों ने तहसीलदार और पटवारी को गुमराह करते हुए दो अलग-अलग बैंकों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर बैंक में रखी भूमि को रहन मुक्त करा लिया। मामला की जानकारी मिलने पर शाखा प्रबंधक एवं तहसील कार्यालय में हड़कंप मच गया। इसके बाद शाखा प्रबंधक ने पूरे मामले की जानकारी उपखंड अधिकारी जय सिंह चौधरी को दी। उपखंड अधिकारी ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने के निर्देश दिए हैं।