थाना प्रभारी नरेशचंद शर्मा ने बताया कि गत 5 जून की सुबह मरैना रोड परसौदा के अड्डा के पास सडक़ किनारे एक जला हुआ शव मिला था। मृतक की शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने आसपास उसकी तलाश शुरू की। घटना स्थल के आसपास टायर के निशान मिले। जिस पर पुलिस को हत्या की आशंका हुई। पुलिस ने प्रकरण की जांच गहनता से जांच शुरू की। पुलिस को यूपी 85 नम्बर की एक संदिग्ध कार दिखी। जिसका रेकॉर्ड खंगाला तो वह पवन पुत्र भगवान सिंह निवासी अल्लेपुरा थाना जैत जिला मथुरा के नाम थी। टीम ने मथुरा पहुंच कर डीसीआरबी व समस्त थानों में मृतक की पहचान को लेकर एमपीआर खंगाली। जिस पर मथुरा जिले के जैत थाने में रिंकू अग्रवाल निवासी मथुरा गत 7 जून से गुमशुदगी दर्ज थी। एमपीआर में फोटो मिलान करने पर मिलता-जुलता दिखा। जिस पर मोबाइल नम्बर पर संपर्क किया तो सरोज अग्रवाल ने रिंकू को अपना पुत्र बताया। उन्होंने पवन व उस्मान पर हत्या की आशंका जताई।
जिस पर पुलिस उस्मान के किराये के मकान कुंज नगर मथुरा पहुंची लेकिन वह पहले ही बच्चों को 5 जून को निकल गया था। टीम ने टोल प्लाजा समेत सीडीआर रेकॉर्ड को खंगाला। जिस पर मालूम हुआ कि रिंकू अग्रवाल की पवन व उस्मान से आपसी गाड़ी के भाड़े की रंजिश को लेकर मथुरा में गोली मारकर हत्या करना मालूम हुआ। आरोपितों ने पुलिस बचने और साक्ष्य मिटाने के लिए रिकंू के शव को कार में लेकर मनियां इलाके के मरैना रोड परसौदा अड्डा के पास पहुंचे। यहां एक खेत में रखे सरसों के ईंधन में पेट्रोल डाल शव को जला कर भाग गए। पुलिस ने जांच करते हुए आरोपित पवन पुत्र भगवान सिंह उर्फ भद्दू धोबी निवासी अल्लेपुरा छटींकरा के पास थाना जैत मथुरा को कार के साध धरदबोचा। जबकि साथी उस्मान और हथियार को लेकर पुलिस पूछताछ करने में जुटी है। कार्रवाई में एएसआई श्रीकेश, कांस्टेबल लोकेश कुमार, आशाराम, बंटी सिंह व रामदास शामिल रहे।