राजाखेड़ा क्षेत्र के कठूमरा, मंहदपुर, भूडा, शंकरपुरा, करीलपुर सहित सरमथुरा क्षेत्र के मदनपुर, झिरी, भूराकापुरा, धौलपुर में भमरौली, गमा, मौरोली सहित दो दर्जन से अधिक गांवों का सम्पर्क कटा हुआ है। खेत जलमग्न हो गए हैं।
हालांकि प्रशासन की ओर से भोजन, पानी व दवाइयों की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन राजाखेड़ा क्षेत्र में कई गांवों में लोग भोजन, पानी व केरोसीन नहीं मिलने की शिकायत कर रहे हैं।
जिला कलक्टर नेहा गिरी व एसपी मृदुल कच्छावा ने भी देर रात को चौकीपुरा, बड़ापुरा, बरैलापुरा, मोहनपुरा तथा आसपास के गांवों का दौरा किया। वहां चंबल के जल स्तर में बढोतरी के बाद के हालात का जायजा लिया। चम्बल में आए उफान के बाद गांवों में फंसे लोगों को एसडीआरएफ व पुलिस की ओर से रेस्क्यू किया जा रहा है।
दिहौली थाना क्षेत्र के कई गांव में पानी में फंसे लोगों को निकालने के लिए पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। एसडीआरएफ के साथ दिहौली थाना प्रभारी सुमन कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने गांवों मे नाव की मदद से पहुंचकर फंसे लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला।
थाना प्रभारी ने बताया कि बीच का पुरा, बीहड़पुरा, पक्कापुरा सहित दर्जन भर गांव में लोगों के पानी में फंसने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। जिसमें कई गांव में बीमार लोगों को गांव से निकालकर अस्पताल भिजवाया गया। दर्जन भर गांव में चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन में 200 से अधिक लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
थाना प्रभारी ने बताया कि अभी तक 500 से अधिक लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। अधिकारी रामजीत सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत सेवर, वरपुरा और कस्बा नगर के एक दर्जन से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
इन गांवों के करीब एक हजार ग्रामीणों को विभिन्न स्कूलों एवं अन्य ऊंचे स्थानों पर शिविर लगाकर रखा गया है। सभी लोगों को भोजन-पानी और दवाएं सुबह-शाम उपलब्ध कराई जा रही है।