78.89 प्रतिशत के साथ बांसवाड़ा अव्वल
योजना में अच्छा प्रदर्शन करने वाले टॉप 5 शहरों की बात करें तो सबसे ऊपर बांसवाड़ा का नाम आता है। जहां 28 हजार 863 रजिस्ट्रेशन के साथ 78.89 प्रतिशत लक्ष्य अचीव कर लिया है। दूसरे स्थान पर केकड़ी काबिज है। केकड़ी में अभी तक 16 हजार 529 पशुओं का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। जो कि लक्ष्य का 66.92 प्रतिशत है। सूची में तीसरे नम्बर पर ब्यावर है। जहां अभी तक 63.90 प्रतिशत कार्य हो चुका है।अधिकतम राशि होगी 40 हजार रुपए
पहले चरण में राज्य के 21 लाख पशुओं का बीमा किया जाना है। इसलिए प्रदेश के 5.5 लाख दुधारू गाय, और भैंस, 5.5 लाख, भेड़, बकरी तथा 1 लाख ऊंटों का बीमा किया जाना प्रस्तावित है। बीमा एक वर्ष के लिए होगा और पशुपालक को कोई प्रीमियम नहीं देना होगा। योजना के तहत किसी भी प्राकृतिक या आकस्मिक दुर्घटना में पशु की मौत होने पर बीमा क्लेम मिलेगा। योजना का क्रियान्वयन एसआईपीएफ राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग से किया जाना है।अंतिम तिथि अब 31 की
सरकार ने योजना का लाभ उठाने के लिए पशुपालकों को 13 दिसंबर से 12 जनवरी तक का समय दिया था। लक्ष्य पूरा नहीं होने पर इसकी अंतिम तिथि को बढ़ाकर 22 जनवरी कर दिया गया। लेकिन तब भी टारगेट आधा भी ना होता देख सरकार ने अब इस योजना के रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख को बढ़ाकर 31 जनवरी कर दिया गया है। यानी अभी तक योजना में रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 2 बार बढ़ाई जा चुकी है। क्या अब इन शेष 9 दिनों में राज्य भर में टारगेट को पूरा कर लिया जाएगा। यह सवालिया निशान बना हुआ है।नहीं पूरा हो पाया ‘पशु बीमा’ टारगेट, भजनलाल सरकार ने अब लिया ये बड़ा फैसला
ऐसे करें आवेदन
पशुपालक बीमा में नजदीकी मित्र या नजदीकी पशु चिकित्सालय में जाकर योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कर सकते हैं गोविंदगढ़ में पशुपालन विभाग की ओर से अब तक 300 से अधिक पशुओं का ऑनलाइन बीमा कर दिया है।-डॉ. संतराम मीणा, संयुक्त निदेशक पशु विभाग धौलपुर