बता दें कि सरमथुरा के गांव धौंध में सोलर प्लांट स्थापित करने के लिए जिला प्रशासन ने यहां सिवायचक भूमि आवंटित की है। उधर, ग्रामीणों का कहना है कि यह उनकी खातेदारी की जमीन है और इस पर वह और उनके पूर्वज यहां पर खेती करते आ रहे हैं। वहीं, बताया जा रहा है कि उक्त भूमि सरकारी रेकॉर्ड में सिवायचक की बताई जा रही है जबकि ग्रामीणों की भूमि अन्य किसी स्थान पर बता रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि राजस्व रेकॉर्ड में गलत नम्बर अंकित करने से यह गड़बड़ी हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि वह काफी समय से यहां पर रहकर खेतीबाड़ी कर रहे हैं।
विधायक ने पटवारी पर गड़बड़ी का लगाया आरोप उधर, जिला कलक्टर से मुलाकात के बाद बातचीत करते हुए विधायक सिंह ने बताया कि उक्त भूमि ग्रामीणों की है। वह करीब 100 साल से यहां पर रहकर खेतीबाड़ी कर रहे हैं। प्रशासन ने आवंटित की भूमि में से 70 बीघा भूमि किसानों की है। उन्होंने कहा कि सरकार को सोलर प्लांट के लिए भूमि देनी है तो वह पास में ही करीब 50 बीघा भूमि खाली पड़ी है। उन्होंने कहा कि पटवारी पर गड़बड़ी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिला कलक्टर ने जमीन की नाप कराने और मामले को राजस्व विभाग में भेजने की बात कही है।