बारिश के साथ ही दमोह का झरना भी शुरू हो गया है, ऐसे में दमोह का मजा लेने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचने लगे हैं, सरमथुरा में हरियाली की गोद में समाया दमोह झरना देखने के बाद लोगों को प्रफुल्लित कर देता है, जबकि दमोह झरना प्रकृति की देन हैं, दमोह झरने की खूबी के साथ कमियां भी बहुत है। ऊबड़-खाबड़ रास्ता, पथरीला इलाका, जंगली जानवरों की दहशत सहित मूलभूत सुविधाओं का अभाव है, झरने के आसपास पीने तक के लिए पानी का अभाव है।
पुलिस ने चेतावनी बोर्ड लगा लोगों को किया सचेत- दमोह झरने के कुण्ड में गत माह एक युवक की डूबने से मौत होने के बाद पुलिस ने चेतावनी बोर्ड लगाकर लोगों को सचेत किया है। पुलिस ने बोर्ड झरने की कमियां उजागर कर लिखा है कि झरना एवं उसके कुण्ड की गहराई अत्यधिक गहरी व जानलेवा है, रास्ता सकरा, जोखिम भरा व फिसलल युक्त है तथा एक और गहरी खाई है एवं कुंड में गहराई होने के साथ पथरीली काई युक्त चट्टानें है जो कि फिसलन की बजह से जानलेवा है। झरना वन क्षेत्र में स्थित है जो कि टाइगर, पैंथर व मगरमच्छर इत्यादि जंगली जानवरों का प्राकृतिक आवास है उक्त क्षेत्र में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना पिकनिक आयोजन, नहाने व विचरण करने पर आपके खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्यवाही की जावेगी।