बता दें कि केन्द्रीय मंत्री चौधरी ने प्रवास के दूसरे दिन अपने काफिले के साथ चम्बल तट पहुंचे और सफारी बोट में सवार होकर नदी में रेलवे ब्रिज तक आनंद उठाया। उन्होंने घडिय़ाल एवं विदेशी पक्षियों के कलरव के दृश्य का लुत्फ उठाया। चम्बल सफारी का अवलोकन करते हुए केन्द्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि जिले में पर्यटन की विपुल सम्भावनाएं हैं। उन्होने कहा कि चंबल सफारी पर्यटकों के लिए काफी लुभावनी है। इसको और अधिक विकसित करने के प्रयास किए जाएं। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री के साथ सीईओ जिला परिषद एएन सोमनाथ, अतिरिक्त जिला कलक्टर धीरेन्द्र सिंह, प्रोटोकॉल अधिकारी अल्का श्रीवास्तव समेत अन्य मौजूद रहे।
एमपी कूट रहा चांदी नगर परिषद चंबल सफारी शुरू नहीं करने पर पर्यटक मध्यप्रदेश सीमा में सफारी का आनंद लेने पहुंच रहे हैं। इससे स्थानीय प्रशासन को अच्छी आमदनी भी हो रही है और पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है। लेकिन धौलपुर सीमा में पहुंचने वाले पयर्टक मायूस होकर लौट रहे हैं।