Rajsthan Chauth Mata Mandir: सकट चौथ पर यहां करना चाहिए पूजा-दर्शन, ये हैं राजस्थान के प्रसिद्ध चौथ माता के मंदिर
Rajsthan Chauth Mata Mandir: हिंदू पंचाग के अनुसार 17 जनवरी को सकट चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन भगवान गणेश और माता चौथ की जाती है। साथ ही लोग चौथ माता के मंदिरों में दर्शन करने के लिए भी जाते हैं। आइए यहां जानते हैं राजस्थान के प्रसिद्ध चौथ माता मंदिरों के बारे में…
Rajsthan Chauth Mata Mandir: हिंदू धर्म में सकट चौथ के त्योहार का विशेष महत्व होता है। मुख्य रूप से यह पर्व भगवान गणेश और माता चौथ को समर्पित होता है। इस शुभ दिन पर लोग व्रत रखते हैं और चौथ माता की पूजा-अर्चना करते हैं। वहीं कुछ लोग इस दिन चौथ माता के मंदिर में दर्शन करने के लिए भी जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि राजस्थान में चौथ माता के मंदिर कहां-कहां हैं? जिनके दर्शन मात्र से लोगों की मनोकामनाए पूरी होती हैं।
राजस्थान के सबसे प्रसिद्ध जिला सवाई माधोपुर में चौथ का बरवाड़ा मंदिर स्थित है। जो चौथ माता के प्रमुख मंदिरों में से एक है। यह मंदिर एक पहाड़ी पर स्थित है और इसकी वास्तुकला बेहद अद्भुत है। सकट चौथ के दिन यहां श्रद्धालु विशेष रूप से माता चौथ की पूजा करने आते हैं। मंदिर तक पहुंचने के लिए सीढ़ियों से चढ़ाई करनी पड़ती है, जो इसे और भी खास बनाता है।
दौसा का चौथ माता मंदिर (Chauth Mata Temple of Dausa)
दौसा जिले का यह प्राचीन मंदिर चौथ माता के प्रति गहरी आस्था का केंद्र है। सकट चौथ पर यहां विशेष मेले का आयोजन किया जाता है, जहां स्थानीय लोग और श्रद्धालु बड़ी संख्या में जुटते हैं। मंदिर का शांत और आध्यात्मिक वातावरण हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता है।
करौली का चौथ माता मंदिर (Chauth Mata Temple of Karauli)
करौली जिले में स्थित यह मंदिर श्रद्धालुओं के बीच काफी लोकप्रिय है। माना जाता है कि यहां दर्शन करने से व्रतधारियों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। सकट चौथ के दिन यहां भक्तजन माता चौथ के लिए दीप प्रज्वलित करते हैं और विशेष आरती में भाग लेते हैं।
अलवर का चौथ माता मंदिर (Chauth Mata Temple of Alwar)
अलवर जिले में स्थित चौथ माता मंदिर सकट चौथ पर भक्तों के आकर्षण का केंद्र बनता है। यह मंदिर अपनी पौराणिक महत्ता और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यहां दर्शन करने के बाद भक्तजन माता से सुख-समृद्धि और परिवार की खुशहाली की प्रार्थना करते हैं।
सकट चौथ पर पूजा विधि (Puja method on Sakat Chauth)
प्रातःकाल स्नान के बाद चौथ माता की मूर्ति या तस्वीर को फूलों से सजाएं।
व्रत का संकल्प लें और दिनभर निर्जला उपवास रखें।
शाम को चंद्रमा के दर्शन कर अर्घ्य अर्पित करें।
चौथ माता और भगवान गणेश की आरती करें और प्रसाद वितरित करें।
चौथ माता के मंदिर में दर्शन का महत्त्व (Importance of darshan in Chauth Mata temple)
सकट चौथ पर पूजा और व्रत करने से परिवार में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है। इसे संकटों को हरने वाला पर्व माना जाता है। चौथ माता का दर्शन इस दिन विशेष फलदायी होता है।
अर्चना कर आप माता चौथ की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप राजस्थान में हैं, तो इन प्रसिद्ध मंदिरों का दर्शन अवश्य करें।
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