रावण ने लक्ष्मण से कहा कि कभी भी अपने सारथी, दरबान, खानसामे और भाई से दुश्मनी नहीं मोलना चाहिए। रावण के अनुसार, ये सभी कभी भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
रावण के अनुसार, खुद को कभी भी विजेता मानने की गलती नहीं करना चाहिए। भले ही हर बार ही जीत क्यों न हो।
हमेशा उस पर भरोसा कीजिए, जो आलोचना करता है। ऐसे लोग धोखा नहीं देते हैं। सही वक्त पर सही बात कहते हैं।
अपने दुश्मन को कभी कमजोर या छोटा मत समझिए। रावण के अनुसार, उसने हनुमान को समझने में भूल कर दी थी।
रावण ने कहा था किसी से प्रेम कीजिए या नफरत, लेकिन जो भी कीजिए, पूरी मजबूती और समर्पण के साथ कीजिए।
राजा को लालच से दूर रहना चाहिए। अगर राजा के अंदर लालच आ गया तो वह जीत से दूर हो जाएगा।
राजा को टाल मटोल किए बिना दूसरों की भलाई के लिए काम करना चाहिए। मौका छोटा हो या बड़ा, मौके को हाथ से नहीं निकलने देना चाहिए।