तभी से दीपावली पर्व मनाते हुए इस दिन माता लक्ष्मी के पूजन करने की परंपरा भी शुरू हुई । इस पावन दिन मां लक्ष्मी के साथ-साथ गणेश, कुबेर पूजन एवं बही-खातों के पूजन भी किये जाने लगे । अगर इस दिन कोई निर्जला या फलाहार व्रत रखता है उसकी सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं ।
पूजन शुभ मुहूर्त
वैसे तो दिवाली का पूरा दिन ही शुभ माना जाता है । फिर भी इस शुभ मुहूर्त में करें माता महालक्ष्मी का विशेष पूजन-
बुधवार 7 नवंबर 2018 दिवाली पर्व लक्ष्मी पूजा के शुभ मुहूर्त2- चाैघड़िया मुहूर्त – सुबह 10 बजकर 50 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 5 मिनट तक ।
3- चाैघड़िया मुहूर्त – शाम 4 बजकर 20 मिनट से लेकर 5 बजकर 35 मिनट तक ।
4- प्रदोष काल – शाम 5 बजकर 19 मिनट से लेकर 7 बजकर 53 मिनट तक ।
5- स्थिर लग्न – शाम 6 बजकर 2 मिनट से लेकर 7 बजकर 58 मिनट तक ।
6- चाैघड़िया मुहूर्त- रात 8 बजकर 5 मिनट से लेकर 10 बजकर 15 मिनट तक ।
बुधवार 7 नंवबर को अमावस्या तिथि रात 9 बजकर 22 मिनट तक ही रहेगी।
ऐसे करे पूजन
सबसे पहले मां लक्ष्मी और गणेशजी की प्रतिमा या फोटों को एक चौकी पर लाल कपड़े का आसन बिछाकर स्थापित करें । इस बात का ध्यान रखे कि मूर्ति का मुख पूर्व या पश्चिम दिशा में होना चाहिए एवं लक्ष्मीजी की मूर्ति, गणेशजी के दाहिनी ओर ही हो । कलश की स्थापना लक्ष्मीजी के पास सफेद चावलों की ढेरी बनाकर रखें, और गाय के घी का दीपक गणेश जी की तरफ रखे । कलश और दीपक के बीच में नवग्रहों की स्थापना भी करें । एक तांबे या चांदी का छोटी थाल में सिंदूर में घी मिलाकर कर स्वास्तिक एवं ॐ का चिन्ह बनाएं । जब तक पूजा की तैयारी चलती रहे तब तक- ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम: । इस मंत्र का जप करते रहे ।