Astronomical Event 2025 perihelion: घारू के अनुसार अभी एक दिन पहले ही शुक्र और चंद्रमा की जोड़ी देखने का अद्भुत नजारा खगोल प्रेमियों को देखने का मौका मिला था।
अब 4 जनवरी को कुछ देर में पृथ्वी अंडाकार पथ में परिक्रमा करते हुए सूर्य के इस साल 2025 के सबसे करीब के बिंदु पर पहुंच गई है। हालांकि इससे लोगों को सर्दी से राहत नहीं मिलने वाली, क्योंकि सूर्य की किरणें अभी पृथ्वी पर तिरछी पड़ रहीं हैं। मकर संक्रांति 2025 के बाद सूर्य की किरणों में तपिश बढ़ती नजर आएगी।
सारिका घारू ने बताया कि पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करते हुए साल में एक दिन सूर्य के सबसे पास आती है और एक दिन सबसे दूर होती है । आज 4 जनवरी की शाम 6 बजकर 58 मिनट पर पृथ्वी सूर्य के सबसे पास के बिंदु पर पहुंच गई है और यह दूरी घटकर 14 करोड़ 71 लाख 3 हजार 686 किलोमीटर रह गई है। इस घटना को पेरिहेलियन बिंदु पर आना कहते हैं ।
जुलाई में होंगे सबसे दूर
सारिका ने बताया कि जुलाई में हम सूर्य के सबसे दूर होंगे, इसे अफेलियन कहते हैं । आज अफेलियन की तुलना में हम लगभग 50 लाख किलोमीटर सूर्य से नजदीक रहेंगे। हालांकि इससे सर्दी की स्थिति नहीं बदलेगी। क्योंकि हमारे भूभाग पर सूर्य की किरणें इस समय तिरछी पड़ रहीं हैं ।
शुक्र, शनि और चंद्रमा कतार में (Saturn Venus Crescent Moon parade)
वहीं शाम को सूर्यास्त के बाद शनि, चंद्रमा और शुक्र एक लाइन में नजर आ रहे हैं, यूं कहें तो तीनों परेड करते नजर आ रहें हैं । सैटर्न, क्रिसेंट मून और वीनस के लाइनअप होने की इस घटना को सूर्यास्त के बाद से लगभग 2 घंटे तक देखा जा सकेगा ।