अमावस्या पर दान पुण्य के साथ श्राद्ध, तर्पण आदि का विधान है, जिससे पितरों को बैकुंठ की प्राप्ति होती है। इससे वंशजों को पितर तो आशीर्वाद देते ही हैं, भगवान विष्णु भी उन पर प्रसन्न होते हैं, लेकिन इस बार पौष अमावस्या शुक्रवार के दिन पड़ रहा है, जो माता लक्ष्मी का प्रिय दिन है।
पौष अमावस्या के उपाय
1. पौष अमावस्या के दिन पीपल के वृक्ष को तिल, गुड़ अर्पित कर पूजा करने के बाद एक पत्ता घर लाएं। इस पर श्रीं लिखें और माता लक्ष्मी को अर्पित कर दें। बाद में इसे पर्स में रख लें, इस उपाय से घर में लगातार धन आगमन होता है।
2. पौष अमावस्या के दिन आधी रात के बाद स्नान कर अष्टलक्ष्मी के सामने घी के दीये जलाना चाहिए। पूजा के दौरान 108 बार ऐं ह्रीं श्रीं अष्टलक्ष्मीयै ह्रीं सिद्धये मम गृहे आगच्छागच्छ नमः स्वाहा मंत्र का जाप करना चाहिए। इस उपाय से घर में धन की कमी नहीं रहती।
3. पौष अमावस्या पर जरूरतमंदों को दान कर पितृ दोष से मुक्ति पा सकते हैं। इससे घर में सुख समृद्धि आती है।
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5. अमावस्या के दिन पड़ रहे शुक्रवार को शाम को घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीया जलाएं। मान्यता है कि इससे घर में मां लक्ष्मी का वास होता है।
6. पौष मास की अमावस्या के दिन महिलाएं घर की पहली रोटी गाय को खिलाएं और गाय को हरा चारा खिलाएं। इससे पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। धन संपत्ति बढ़ती है।