कैसा रहा राजनीतिक इतिहास
बदनावर विधानसभा के राजनीतिक इतिहास की बात करें तो इस सीट पर हर बार बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही टक्कर होती रही है। 1990 के चुनाव में कांग्रेस के प्रेमसिंह दत्तीगांव ने जीत हासिल की। इसके बाद 1993 के चुनाव में रमेशचंद्रसिंह राठौर बीजेपी के टिकट पर जीत कर विधायक बने। 1998 में भी यह सीट बीजेपी के पास ही रही। 2003 के चुनाव में राजवर्धनसिंह दत्तीगांव ने कांग्रेस के टिकट पर लड़ते हुए जीत हासिल की। 2008 में भी यही विजयी हुए। हालांकि 2013 के चुनाव में बीजेपी के भंवरसिंह शेखावत ने राजवर्धनसिंह के जीत के सिलसिले को रोक दिया। 2018 के चुनाव में राजवर्धनसिंह कांग्रेस पर चुनाव जीते। फिर 2020 के उपचुनाव में बीजेपी के टिकट पर भी वह चुनाव जीत गए।
पाटीदार और राजपूत मतदाता का बोलबाला
बदनावर विधानसभा सीट पर पाटीदार और राजपूत किसानों का आधिपत्य माना जाता है। इस क्षेत्र में राजपूत वोटर्स सबसे मजबूत स्थिति में हैं और उनके करीब 28 हजार वोटर्स यहां पर हैं। पाटीदार समाज के भी करीब इतने ही वोटर्स हैं। आदिवासी वोटर्स भी निर्णायक भूमिका में हैं। मुस्लिम वोटर्स की संख्या भी करीब 16 हजार हैं।
बदनावर विधानसभा में अब तक रहे विधायक वर्ष- नाम – पार्टी – 1957 मनोहरसिंह मेहता कांग्रेस – 1962 गोवर्धनलाल शर्मा जनसंघ – 1967 गोवर्धनलाल शर्मा जनसंघ – 1972 चिरंजीलाल गुप्ता कांग्रेस
फैक्ट फाइल
बदनावर विधानसभा के मतदाताओं की संख्या
कुल मतदाता – 220678
महिला- 109502
पुरूष– 111171
अन्य- 5
मतदान केंद्र– 248
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