बताया जा रहा है कि क्रूज संचालन के पहले अन्य सभी सुविधाएं मेघनाद घाट पर उपलब्ध करवाने की प्लानिंग की जा रही है। टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए नर्मदा नदी पर मेघनाद घाट से गुजरात की स्टेच्यू ऑफ यूनिटी केवड़िया तक 120 कि.मी में राज्य का पहला अंतरप्रांतीय जलमार्ग बनेगा। क्रूज संचालन के लिए मध्य प्रदेश टूरिज्म और गुजरात सरकार के बीच एमओयू भी साइन हो गए हैं।
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120 कि.मी के जल मार्ग पर मध्य प्रदेश और गुजरात सरकार को दो-दो फ्लोटिंग जेटी क्रूज के टर्मिनल के रूप में काम करेगी। इसके लिए मध्य प्रदेश को दो पोंटून मिल गए हैं, जो मेघनाद घाट पर खड़े हैं। जल्द ही गुजरात को भी दो पोंटून मिलेंगे।
4 करोड़ की लागत से तैयार हुआ डीपीआर
मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग, भोपाल के सलाहकार के मुताबिक मेघनाद घाट पर क्रूज संचालन के लिए चार करोड़ की लागत से डीपीआर तैयार किया जा चुका है। इसमें जेटी तक जाने के लिए फ्लोटिंग पुल, क्रूज को खड़े रहने के स्थान के साथ अन्य जरूरी सुविधाएं रहेंगी। इसके लिए पहले चरण की डीपीआर बनाई गई है। पर्यटन विभाग की ओर से क्रूज संचालन के लिए कंपनियों से चर्चा शुरु कर दी है। यह भी पढ़ें- लाखों कर्मचारी धूमधाम से मनाएं दिवाली, आज आपके खाते में आएगी अक्टूबर की सैलरी यह है स्पेशल
1-गुजरात की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को मध्य प्रदेश के स्टैच्यू ऑफ वननेस ओंकारेश्वर से जोड़ेगा ये प्रोजेक्ट।
2-गुजरात के केवड़िया से प्रदेश के मेघनाद तक 120 कि.मी की यात्रा नर्मदा नदी पर क्रूज से होगी। 3-मेघनाद घाट से ओंकारेश्वर तक पर्यटकों तो बस से करवाई जाएगी। 4-120 कि.मी के जल मार्ग में तीन स्थानों पर पर्यटकों को क्रूज से उतारकर आदिवासी संस्कृति के दर्शन कराए जाने का भी प्लान है।
5-मध्य प्रदेश में मेघनाद घाट से ओंकारेश्वर तक सड़क मार्ग के बीच बाग गुफा, डायनासोर पार्क, मांडू और महेश्वर जैसे पर्यटन स्थल का भ्रमण भी कराया जाएगा। 6-गुजरात के साथ एमपी से क्रूज चलाया जाएगा। इसमें गुजरात पर्यटन विभाग स्टैच्यू आफ यूनिटी के आसपास के पर्यटन स्थल जोड़े जाएंगे।
रिसोर्ट बनाने पर हो रहा विचार
नर्मदा नदी के किनारे एक कंपनी की टीम ने मेघनाद घाट का दौरा किया है। इसपर टीम का कहना है कि नर्मदा किनारे रिसोर्ट बनाने को लेकर हमारी मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग से चर्चा जारी है।