दरअसल, बुधवार की रात ग्राम भटगांव और खिड़कीटोला के बीच जंगल में देर रात हाथियों के दल ने ग्राम विश्रामपुरी निवासी संतु राम मंडावी पिता रामाधार (45) को घेर लिया और उसे पटक-पटक कर मार डाला। इसके बाद सड़क से करीब 50 मीटर दूर ले जाकर मैदान में लाश के साथ फुटबॉल की तरह खिलते रहे।
हाथियों ने संजू की लाश को फुटबॉल की तरह पैरों से एक दूसरे की तरह उछलते रहे, जिससे युवक की पैर, धड़, सिर आदि अलग-अलग टुकड़ों में बिखरा पड़ा हुआ है। सिर के कई टुकड़े हो गए। मौके पर लाश टुकड़ों में बिखरे पड़े हैं। सुबह जब दिशा मैदान के लिए ग्रामवासी जंगल की तरफ पहुंचे, तब इसका पता चला। रुद्री पुलिस मौके पर पहुंचकर अपनी जांच शुरू कर दी है।
मृतक संजू मंडावी के छोटे भाई पुलिस आरक्षक देवानंद मंडावी ने बताया कि उसका बड़ा भाई पेशे से ड्राइवर है, जो बुधवार को सुबह अपनी बाइक क्रमांक सीजी 05 सी 7202 को लेकर काम के सिलसिले में घर से निकला था, जो रात को लौटा ही नहीं। उल्लेखनीय है कि पखवाड़े भर से हाथियों का यहां उत्पात जारी है।
3 दिन पहले ग्राम बोरीदखुर्द के नाहर नाली में एक हाथी का बच्चा गिर गया था, जिसके बाद हाथियों के दल ने गांव में खूब उत्पात मचाया । इससे ग्रामवासी दहशतजदा रहे। गंगरेल बांध से जब भिलाई जाने वाली फीडर कैनाल का पानी बंद किया गया, तब हाथियों ने अपने शोध से खींचकर शिशु हाथी को बाहर निकाला। इसके बाद यह 6 किसानों के खेतों में लगी धान की फसल को नुकसान पहुंचाया।
इसके बाद से हाथियों का यह दल बोरिदखुर्द से कसावाही बेलतरा होते हुए आगे बढ़ गए । 17 फरवरी की रात भटगांव और खिड़कीटोला के बीच जंगल में हाथियों के दल ने एक राहगीर को पटक कर मार दिया। मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ लगी हुई है।
रुद्री टीआई युगल किशोर नाग और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर टुकड़े-टुकड़े में बिखरे लाश को एकत्रित करने और पंचनामा कार्रवाई में जुट गए हैं। बताया जा रहा है कि हाथियों का दल घटना को अंजाम देने के बाद बेन्द्रा नवागांव गंगरेल की ओर आगे बढ़ गए हैं। बहरहाल इस घटना के बाद ग्राम वासियों में दहशत का आलम है।