डबरापारा स्थित मूर्तिकार पप्पू साहू जो वर्षो से
मूर्तियां बना रहे है। वे इस बार भी नए-नए रूप में गौरी के लाला को संवार कर अपनी प्रतिभा से लोगों का दिल जीत रहे है। उन्होंने चर्चा करते हुए बताया कि वे हर बार मूर्तियों को एक नया आकार देने की कोशिश करते आए है। लोगों की डिमांड और ऑर्डर के तहत भी कुछ विशेष मूर्तियों को इस बार भी वे तैयार कर रहे हैं। इसी तरह कुरूद में अन्य स्थानों पर भी काफी आकर्षक मूर्तियां बनाई जा रही है, जो कि लोगो का मन मोह रही है। मूर्तियों को अंतिम रूप देने में कलाकार काफी मेहनत कर रहे है।
वहीं कुरूद में विभिन्न समितियों द्वारा इस बार भी
गणेश उत्सव की काफी विशेष तैयारियां की जा रही है। कुरूद नगर की स्थल एवं विसर्जन झांकी जो जिले ही नही पूरे प्रदेश में काफी प्रसिद्ध रही है। नगर के संजय नगर, नया बस स्टैंड, कारगिल चौक, शांति नगर, सरोजनी चौक, पुराना बाजार, नया बाजार, गांधी चौक, कुर्मी पारा, ब्राम्हण पारा, आजाद चौक, धोबनी पारा, पुरानी मंडी पचरी पारा, सिरसा चौक सहित विभिन्न चौक-चौराहों पर गणेशोत्सव समितियों द्वारा पंडाल निर्माण में जोर-शोर से लगे हुए हैं।
गणेश चतुर्थी के पर्व को लेकर मगरलोड विकासखंड के रहने वाले मूर्तिकारों के कई परिवार दिन-रात गणेश मूर्तियां बनाने में लगे हुए हैं। ज्ञात हो की 7 सितम्बर को गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की प्रतिमा विराजमान किया जाएगा। जैसे-जैसे गणेश चतुर्थी का पर्व नजदीक आ रहा है। ऐसे में अब मूर्तिकार भी गणेश मूर्तियों को अंतिम रूप दे रहे हैं। ग्राम मेघा के किनारे रखी तैयार छोटी-बड़ी रंग-बिरंगी अगल-अलग मूर्तियां हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं।