दौसा उपचुनाव में जीत के बावजूद क्यों दुखी हैं विजयी प्रत्याशी डीसी बैरवा
विजयी प्रत्याशी दीनदयाल बैरवा (डीसी) ने कहा कि दौसा सचिन पायलट का गृह क्षेत्र है, उन्होंने हमारी पूरी मदद की। इसके अलावा पूर्व सीएम अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा सहित कई नेताओं का मार्गदर्शन व सहयोग मिला।
दौसा। दौसा विधानसभा उपचुनाव में जीत के बाद कांग्रेस खेमे में खुशी की लहर दौड़ पड़ी, लेकिन विजयी प्रत्याशी दीनदयाल बैरवा (डीसी) एक बात से दुखी हैं। डीसी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमने सरकार के खिलाफ चुनाव जीता है। भाजपा ने मतदान के दिन आतंक फैलाया। हमारी शिकायतों पर प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। मेरी आंखों के सामने गड़बड़ी हुई। गाड़िया लेकर भाजपा नेता बूथों पर कब्जा कर रहे थे। इसके बावजूद जीत मिली, इसके लिए जनता का धन्यवाद।
अगर निष्पक्ष चुनाव होते तो जीत का अंतर 25-30 हजार हो सकता था। कांग्रेस के सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं की मेहनत रंग लाई। पचवारा क्षेत्र से भी वोट हासिल करने के सवाल पर डीसी ने कहा कि क्षेत्र सांसद मुरारीलाल मीना का गढ़ है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री तक आ गए, तब भी जनता ने मुरारीलाल का साथ दिया। इस बार दौसा की जनता ने मुझ जैसे कार्यकर्ता को जीता दिया है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव दो विचारधाराओं का चुनाव था, ऐसे में सर्वसमाज से भरपूर समर्थन मिला है।
दौसा के मुद्दों को सदन में उठाया जाएगा। पेयजल समस्या के समाधान के लिए ईसरदा प्रोजेक्ट को गति दिलाएंगे। डीसी ने कहा कि दौसा सचिन पायलट का गृह क्षेत्र है, उन्होंने हमारी पूरी मदद की। इसके अलावा पूर्व सीएम अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा सहित कई नेताओं का मार्गदर्शन व सहयोग मिला। उन्होंने कहा कि वे अब पूर्व प्रधान से विधायक बन गए हैं, इसलिए बहुत खुशी हो रही है। सरकार के काम नहीं करने और गत सरकार की योजनाएं बंद करने से जनता नाराज थी।
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