जानकारी के अनुसार महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से संचालित जिले की 1354 आंगनबाडिय़ों में तीन से छह आयुवर्ग के 47 हजार 72 बच्चें पंजीकृत हैं। ऐसे में सेन्टरों पर आने वाले बच्चों के स्थाईकरण के लिए सुविधाओं में बढ़ोतरी की जा रही है। ऐसे में अब पोषाहार पकाने एवं बच्चों को वितरित करने के लिए स्टील के बतनों की किट मिलेगी। इससे पोषाहर वितरण के बर्तनों में समानता रहने के साथ ही सुविधा मिलेगी।
गौरतलब है कि अकेले बांदीकुई प्रथम में 193 एवं द्वितीय परियोजना में 156 केन्द्र है। केन्द्रों पर गैस सिलेण्डर, वेट मशीन समेत अन्य जरुरी उपकरण भी उपलब्ध कराए गए है। इससे नौनिहालों के लिए सुविधाओं में बढ़ोतरी हो सके।
-नन्द घर से कर रहे नवाचार
विभाग की ओर से कई केन्द्रों को नन्दघर के रुप में विकसित किया गया है। यहां खिलौने, दिवारों पर चित्रकारी एवं अन्य ज्ञानवर्धक जानकारी अंकित की गई है। इससे बच्चों को नई जानकारियों से अवगत होने में भी सहयोग मिलता है।
-यह शामिल होगा किट में
एक किट में 25 भोजन थाली, 25 मग, दो भगोने, 25 टी-स्पून, बड़ी सर्विस स्पून आदि आएगी। ऐसे में कुल मिलाकर 78 छोटे-बड़े बर्तन मिलेंगे। इससे पोषाहार पकाने, बांटने से लेकर परोसने तक में सुविधा होगी।