इस दौरान भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवारों की धड़कनें बढ़ गई। केन्द्रीय पर्यवेक्षक की निगरानी में रिकाउंटिंग की प्रक्रिया पूरी की गई। हालांकि इसके बाद भी परिणाम नहीं बदला। शाम करीब पांच बजे रिटर्निंग अधिकारी ने कांग्रेस प्रत्याशी को विजयी घोषित कर प्रमाण पत्र दे दिया।
इससे पूर्व मतगणना के पहले राउण्ड से ही कांग्रेस बढ़त बनाती रही। कभी अंतर कम हुआ तो कभी ज्यादा। इससे दोनों ही दलों के समर्थकों की सांसें ऊपर-नीचे होती रही। 13वें राउण्ड तक कांग्रेस की बढ़त 11 हजार 139 मतों की थी, लेकिन एसटी बाहुल्य बूथों की गणना शेष थी।
ऐसे में मुकाबला और रोचक हो गया। इसके बाद प्रत्येक राउण्ड में कांग्रेस प्रत्याशी की लीड कम होती गई, लेकिन भाजपा उतनी बढ़त नहीं ले पा रही थी जितनी जीतने के लिए आवश्यकता थी। आखिरकार 18 राउण्ड में मतगणना पूरी होने के बाद कांग्रेस दौसा सीट पर जीत की तिकड़ी बनाने में कामयाब हो गई।