हालांकि
दतिया की स्थानीय थाना पुलिस ने शाम को ही युवती को दरियाफ्त कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया था। काजल के वापिस आने के बाद माता-पिता ने उसे झांसी के खोडऩ में स्थित उसकी निनिहाल में पहुंचा दिया था। इतना ही नहीं आनन फानन में यूपी के ही झांसी अंतर्गत ग्राम चिरगांय पंचायत के सिमथरी गांव में राज नामक युवक से उसका रिश्ता तय कर 24 जून की शादी भी फिक्स कर दी थी।
वैवाहिक गार्डन में सजा रहगया मंडप, मातम में बदल गया शादी का जश्न
खोडऩ के निशा गार्डन को काजल की शादी के लिए सजाया गया था। बारात के आने की सारी तैयारियां हो गई थीं। हलवाई पकवान तैयार कर रहे थे। गार्डन परिसर में मेहमानों की चहल पहल थी। स्टेज पर दूल्हे के साथ बैठने के लिए दुल्हन को जाना था। इससे पूर्व काजल को सजने संवरने के लिए ब्यूटीपॉर्लर ले जाया गया। सीपरी बाजार के ब्यूटी पॉर्लर में जैसे ही काजल पहुंची तभी पता करते हुए उसका सिरफिरा आशिक दीपक अहिरवार भी पहुंच गया। उसका हावभाव देख ब्यूटी पॉर्लर संचालिका ने उसे अंदर आने से रोक दिया और गेट लॉक कर लिया। आरोपी दीपक ने जब गेट जोर-जोर से पीटना शुरू किया तो उसने गेट खोल दिया।
अंदर जाने के बाद दीपक ने काजल से साथ चलने के लिए कहा। काजल ने उसके साथ जाने से मना कर दिया। तभी आरोपी ने कट्टा निकाला और ये कहते हुए उसके सीने में गोली उतार दी कि यदि वह उसकी नहीं हो सकती तो वह किसी और की भी नहीं होने देगा। गोली मारने के बाद आरोपी दीपक अहिरवारच कट्टा लहराता हुआ फरार हो गया।