जनता की सुरक्षा पर सांसद के बोल – हादसे बता कर नहीं आते, पुख्ता इंतजाम कि जिम्मेदारी प्रशासन की है…
छत्तीसगढ़ की नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना हुई थी । इस विधानसभा सीट के लिए 23 सितंबर को मतदान हुआ था। अधिकारियों ने बताया कि सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती शुरू की गई। इसके बाद सभी 273 मतदान केंद्रों के ईवीएम में डाले गये मतों की गणना हुई । मतगणना कुल 14 मेजों में 20 चक्रों में हुई । उन्होंने बताया कि ईवीएम से गणना पूर्ण होने के बाद कोई भी पांच मतदान केंद्रों के वीवीपैट मशीन की पर्चियों की गणना कर मिलान किया गया ।रेलवे स्टेशन की सुरक्षा हुई चाक – चौबंद, 40 जवान तैनात, जांच के लिए लग रहे ये नए मशीन
छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक भीमा मंडावी की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। मंडावी जब लोकसभा चुनाव के दौरान इस वर्ष नौ अप्रैल को चुनाव प्रचार पर निकले थे तब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर उनके वाहन को उड़ा दिया था। विधायक मंडावी के निधन के बाद से यह सीट रिक्त थी ।सामने आई सरकारी अस्पतालों की चौका देने वालीं सच्चाई, मरीजों के साथ हो रहा बड़ा खिलवाड़
इस सीट के लिए इस महीने की 23 तारीख को मतदान हुआ था और क्षेत्र के 60.59 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। इस उपचुनाव में कुल नौ उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे, लेकिन मुख्य मुकाबला सत्ताधारी दल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के मध्य थी। कांग्रेस ने दंतेवाड़ा सीट के लिए देवती कर्मा पर भरोसा किया था जिसमे वह खरे उतरे । देवती कर्मा पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा की पत्नी हैं। वर्ष 2013 में झीरम घाटी हमले में नक्सलियों ने महेंद्र कर्मा की हत्या कर दी थी।काम की खबर: सरकार ने दी बड़ी राहत, अब दस्तावेज के लिए राजधानी आने की जरूरत नहीं
वहीं भाजपा ने विधायक रहे भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी को चुनाव मैदान में उतारा गया था । वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में देवती कर्मा भाजपा के भीमा मंडावी से 2172 मतों से चुनाव हार गई थी। इस चुनाव में दंतेवाड़ा सीट, बस्तर क्षेत्र की 12 विधानसभा सीटों में से एकमात्र ऐसी सीट थी जिसमें भाजपा जीती थी। वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में राज्य में कांग्रेस ने 90 में से 68 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं भाजपा को 15 सीटें मिली थी, जबकि बहुजन समाज पार्टी ने दो सीटों पर और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने पांच सीटों पर जीत हासिल की थी।Click & Read More Chhattisgarh News.