मंत्री वीरेन्द्र खटीक ने दिया खुला चैलेंज
भाजपा नेता मानवेन्द्र सिंह और अनुसूचित मोर्चा जिला महामंत्री लाल दीवान अहिरवार के आरोपों पर अब केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र खटीक ने पलटवार किया है। वीरेन्द्र खटीक ने कहा है कि आरोप लगाने वालों को कौन रोक सकता है आरोप लगाने वाले मेरे खिलाफ एक आरोप सिद्ध कर दें तो मैं हर सजा भुगतने के लिए तैयार हूं। खटीक ने आगे कहा कि उन्हें तकलीफ इस बात से हो रही है कि वहां पर जो अवैध कारोबार चल रहे हैं, मैंने उन्हें रोकने के लिए प्रशासन को आदेश दिए हैं, इसके बाद वह बिलबिलाए हुए हैं। मैं उन्हें और उनके पूरे खानदान को चुनौती देता हूं कि वह एक आरोप सिद्ध करके दिखा दें। मुझ पर आरोप लगाकर बर्रैया के छत्ते में हाथ डाला है, अब तैयार रहें। भाजपा नेता मानवेन्द्र सिंह ने लगाए हैं आरोप
कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए मानवेन्द्र सिंह ने भाजपा के अनुसूचित मोर्चा के जिला महामंत्री लाल दीवान अहिरवार के साथ मिलकर बीते दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र खटीक पर आरोप लगाया था कि खटीक ने ऐसे व्यक्ति को अपना प्रतिनिधि बनाया है जिस पर कई अपराध दर्ज हैं। इतना ही नहीं ये भी आरोप वीरेन्द्र खटीक पर लगाया गया था कि वो विकास कार्यों में दखल देते हैं और अपनी निधि के अलावा स्थानीय विधायक की निधि से भी काम नहीं होने देते हैं। वहीं लाल दीवान अहिरवार ने तो प्रधानमंत्री कार्यालय को शिकायती पत्र भेजकर पीएम मोदी से वीरेंद्र कुमार को बर्खास्त तक करने की मांग की है।
ये बताई जा रही वजह
बता दें कि बीते दिनों केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र खटीक ने अधिकारियों को साफ साफ निर्देश दिए थे कि उनके क्षेत्र में अवैध खनन का काम नहीं होना चाहिए। तब उन्होंने कहा था कि हिंदुस्तान में एकलौता आदमी मैं हूं जिसे रेत या ऐसी चीजों से कोई मतलब नहीं है। इस जिले में अगर मेरा बाप का बाप भी रेत चोरी में संलिप्त पाया जाता है तो उस पर कार्रवाई करो। जिसके बाद प्रशासन ने अवैध खनन पर कार्रवाई की और अवैध खदानों को बंद कराकर वाहनों को जब्त किया। जिससे मानवेंद्र खासे नाराज बताए गए हैं इसी के कारण उनके द्वारा केंद्रीय मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए जाने की बात सामने आई है।