झलौन वन परिक्षेत्र के चारों और घने जंगलों में दिन-रात अवैध कटाई का सिलसिला जोरों पर चल रहा है माफिया बीटों में लगातार बड़े-बड़े वृक्षों की रात दिन कटाई कर रहे हैं, लेकिन लकड़ी काटने वाले लोग जंगल को सफाया करने में जुटे हुए हैं। झलौन वन परिक्षेत्र में चल रही अवैध रूप से कटाई को लेकर अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। कागजों में केवल अपने गश्त व उपस्थिति दर्शाई जाती है कि उनके द्वारा लगातार क्षेत्र का भ्रमण कर अवैध कटाई को रोका जा रहा है, लेकिन न तो अवैध कटाई रोकने का नाम ले रही है और न ही अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई की जा रही है। झलौन वन परिक्षेत्र ही हर बीटों में वन चौकी बनी हुई है, लेकिन उनमें कोई भी वनकर्मी वहां मौजूद नहीं रहता है, जिसके कारण यह कटाई होना सामने आ रहा है। वन चौकी में रहने वाले परिक्षेत्र अधिकारी बीटगार्ड को इन लकड़ियों के ठूंठ की भनक भी नहीं लगती है और जंगल साफ होता जा रहा है।
अधिकारी नहीं करते निरीक्षण
जंगलों में हो रही सागौन और अन्य पेड़ों की कटाई की मुख्य वजह यहां पर पदस्थ अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं देना है, जिसके कारण झलौन के जंगलों में दिनदहाड़े माफियाओं द्वारा पेड़ों को काटा जा रहा है। इस बीट के अंदर भारी संख्या में ठूंठ बिना हेमर के नजर आ जाएंगे, जिन्हें जांच में गिना ही नहीं गया और इस बीट की जांच ही नहीं हुई है ना ही कटाई के बाद वनरक्षक और डिप्टी रेंजर द्वारा काटा गया है, जिससे कटाई के बाद बचे ठूंठ को गिनती में गिना जा सकें।
इस संबंध में झलौन वन परिक्षेत्र अधिकारी सतीश मसीह ने कहा कि मैं दिखवाता हूं, कहां पर कटाई हो रही है, कटाई मिलती है तो वनरक्षक पर वसूली व कार्रवाई की जाएगी।