वे योजनाएं, जिनका पीडि़ताओं को लाभ मुश्किल प्रदेश में मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना और वन स्टॉप सेंटर ये दो ऐसी योजनाएं हैं, जो महिला सशक्तिकरण के लिहाज से महत्वपूर्ण योजनाएं हैं। इनके तहत पीडि़त महिलाओं को आर्थिक व सामाजिक सहायता के साथ चिकित्साए कानूनी और परामर्श सेवाएं प्रदान की जाती हैं। हालांकि जिले में इन योजनाओं का सही से क्रियांवयन न होने से कई बार पीडि़ताओं को आवश्यक सहायता नहीं मिल पा रही है।
इधर, पुलिस विभाग ने आंकड़े छुपाए, साल भर से जारी नहीं किए मध्यप्रदेश पुलिस जिलेवार हर महीने महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के आंकड़े अपनी वेबसाइट पर जारी करती है। जिसमें दुष्कर्म, छेड़छाड़, हत्या, अपहरण, मारपीट और दहेज प्रताडऩा के आंकड़े शामिल होतै हैं। हालांकि इस साल जनवरी से ये आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं। इसके पीछे की वजह स्पष्ट नहीं है।
हाल ही में महिलाओं के साथ हुईं घटनाएं केस 1-
21 सितंबर को पटेरा थानांतर्गत पटपरा नाले के पास एक महिला का अधजला शव मिला। 20 दिन बाद भी न शव पहचान हुई न आरोपी पकड़े गए।
केस 2
बीते दिनों गैसाबाद के उदयपुरा में लाड़लीबाई 70 के साथ देवर ने मारपीट की। जिसमें वृद्धा बुरी तरह घायल हुई थी। केस 3
सितंबर में तारादेही थानांतर्गत नाबालिग छात्राओं के साथ एक युवक ने छेड़छाड़ की थी। जिसके बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज हुआ था।
केस 4
अगस्त में सिटी कोतवाली अंतर्गत एक युवक ने युवती से छेड़छाड़ कर रहा था। युवती की मामी ने विरोध किया, तो आरोपी ने मामी को चाकू मारकर घायल किया था। वर्जन
महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराध में पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई की जा रही है। महिला पुलिस थाना में पीडि़ताओं की सुनवाई तुरंत करने के निर्देश हैं।
संदीप मिश्रा, एएसपी