पत्रिका ने वितरण शुरू होने के पहले सुबह १० बजे वितरण केंद्र तीन गुल्ली का जायजा लिया। यहां १०० से अधिक बैठे नजर आए। किसान काउंटर खुलने से पहले ही बैठकर लाइन में लगे नजर आए। जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से आए किसानों में कोई सुबह ५ बजे घर से निकलना बताया तो कोई ७ बजे। सभी को उम्मीद थी कि जल्दी आने पर जल्दी खाद मिल जाएगी, लेकिन ११ बजे काउंटर खुलने के बाद सभी एक के पीछे एक लाइन में लगे और इसके बाद उन्हें डीएपी मिल सकी।
किसान पटेल ने बताया कि डीएपी का इंतजार महीने भर से किया जा रहा है। इसके पहले जब डीएपी आई थी जब उन्हें नहीं मिल पाई थी। ऐसे में उनकी बोवनी का कार्य पिछड़ गया था। इस बार पहले से ही आकर बैठ गए और डीएपी मिल भी गई है।
किसान सिंह ने बताया कि आज सुबह से आ तो गए थे। सुबह से ओवरब्रिज के पास वाला केंद्र बंद था, इसके बाद हम तीन गुल्ली आ गए। जहां काफी भीड़ थी, लेकिन पता चला कि खाद वितरण हो रहा है। इसके बाद उन्हें भी खाद मिल गई।
खाद वितरण व्यवस्था के तहत शुक्रवार को गुरुनानक जयंती का अवकाश होने के कारण बंद था, लेकिन किसानों की समस्या को देखते हुए कलेक्टर और विपणन प्रबंधक ने छुट्टी के दिन भी खाद वितरण व्यवस्था कराई गई। जिससे शुक्रवार को१ हजार से अधिक किसानों को डीएपी और यूरिया उपलब्ध हो गई है।
जानकारी के अनुसार शनिवार और रविवार को अवकाश होने के कारण खाद का वितरण सभी केंद्रों पर बंद रहेगा। किसानों से कहा गया है कि सोमवार को ही खाद वितरण केंद्रों पर पहुंचे।
अवकाश के दिन कुछ समस्याएं रहती हैं, लेकिन किसानों की जरूरत को देखते हुए वितरण केंद्र पर खाद का वितरण किया गया है। अधिक से अधिक किसानों को खाद वितरित की गई है। शनिवार व रविवार को वितरण बंद रहेगा।
इंद्रपाल सिंह राजपूत, प्रबंधक विपणन