वहीं नगर मे छोटे-छोटे बच्चों को स्कूल ले जाते ऑटो चालकों को भी हादसे का डर बना रहता हैं। सरियों को लादने के बाद एकाध ड्राइवर ही इनमें कोई कपड़ा बांधकर दूरी बनाए रखने के संकेत दिए जाते हैं। शेष ड्राइवर तो इन छड़ों को लादकर चलते बनते है। बल्कि अन्य कोई सौदा या सामग्री ट्रैक्टर पर लादने के दौरान भी इन्हें सड़क पर ही लादने की प्रक्रिया पूरी होने तक खड़ा रखा जाता है। सड़क पर इनके खड़े रहने के दौरान दूसरे भारी वाहन जब क्रॉस करते हैं, तब सड़क पर बिल्कुल न बचने वाली जगह की स्थिति में कभी भी बड़ा हादसा घटित हो सकता है।
पहले भी वाहन चालकों और प्रतिष्ठान मालिकों को समझाइश दी गई थी, लेकिन यदि अब भी इस तरह से ढुलाई की जा रही है, तो निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी।
मनीष कुमार, थाना प्रभारी हटा