रविवार को गांव के लोगों ने परम्परानुसार मूसर में मेढक बांधकर एक रैली निकाली। गांव से दूर मंदिर में भंडारा किया, ताकि बारिश हो जाए। इस रैली में यह चारों बालिकाएं भी शामिल थीं।
भंडारा खाने के बाद ये गांव के नजदीक खेत में बने तालाब की मेढ़ पर पहुंची। इसी दौरान मिट्टी धंसक जाने से वह उसमें डूब गईं। किसी को भी तैराना नहीं आता था। इधर, पानी में डूबने की जानकारी लगते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे, जहां चारों को बाहर निकाला। गंभीर हालत में इन्हें नोहटा अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन यहां पर कोई भी डॉक्टर नहीं मिला। परिजन सीधे बालिकाओं को लेकर जिला अस्पताल दमोह निकले, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया।
जान गंवानें वाली बालिकाओं में मायाबाई पुत्री अर्जुन सींग 9, राजेश्वरी पुत्री हनुमत सिंह 12, पिन्सो पुत्री यशवंत सिंह 12 निवासी डूमर और रागनी पुत्री हनुमत 12 साल बताई जा रही हैं। तीनों बच्चियां एक ही कुटुंब की हैं।
इस घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इधर, शवों को मर्चुरी में रखा गया है। सोमवार को पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे। पुलिस ने मर्ग दर्ज मर मामला जांच में लिया है।