नगर पािलका के एचओ जितेंद्र पटेल ने बताया कि जेम से यह टेंडर लगाया गया था। काम करीब ढाई लाख था। इस काम के तहत थ्री कोटिंग काम होना था। ५ हजार वर्ग फीट में यह काम होना था। जिसमें डिवाइडर पर चढ़े रंग को उधेड़कर उस पर दो कोट उच्च स्तर कर रंग और एक कोर्ट पेंटिंग का काम था। इसके अलावा ऊपर की पूरी रैलिंग की पुताई होना थी। लेकिन हकीकत में न तो रैलिंग की पुताई की गई है और न ही थ्री लेयर जैसा कोई खास काम दिख रहा है। स्टेशन चौराहा से रेलवे स्टेशन तक बने २०० मीटर के इस डिवाइडर पर हुए लिखाई और पुताई के काम को देखकर हर कोई इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर रहा है।
इस संबंध में सीएमओ प्रदीप शर्मा का कहना है कि यह मेरे समय का नहीं है, फिर भी पता कर लेता हूं। गड़बड़ी है तो कार्रवाई होगी।