धार्मिक क्रिया के नाम पर करता था बेबस
दरअसल, यह छात्रा जैन मुनि से पहली बार एक प्रवचन के दौरान अपने परिवार के साथ मिली थी। तभी वह जैन मुनि की नजरों में आ गई और फिर उसने छात्रा के परिजनों से उसे अपनी शिष्या बनाने की बात की। जिसके बाद परिजनों के कहने पर वह शांति सागर से वो शिक्षा लेने लगी, जिसके बाद जैन मुनि भी पीड़िता को कॉल और मैसेज करने लगा। यही नहीं फिर उसने धार्मिक क्रिया के नाम पर लड़की के न्यूड फोटो मंगवाने शुरू कर दिए। यही नहीं एक दिन उसने छात्रा के फोन कर सूरत बुलाया और दक्षिणा के तौर पर उससे डांस भी करवाया। जानकारी के मुताबिक इसके बाद एक दिन जैन मुनि ने सूरत में ही पीड़िता को धार्मिक क्रिया करने के लिए रात में बुलाया, जब पीड़िता अपने परिजनों के साथ उससे मिलने पहुंची तो मुनि ने उसके मां—बाप को बाहर बैठा दिया। वह पीड़िता को अपने साथ कमरे में ले गया और मंत्रोच्चारण करते उसके शरीर पर मोर पंख घुमाया और फिर कपड़े उतारने को कहा, जिसके बाद पीड़िता को डरा धमका कर संबंध स्थापित करने को मजबूर किया।
ऐसे हुआ खुलासा
जैन मुनि शांतिसागर की घिनौनी करतूत जब लड़की ने अपने परिवार वालों को बताई तो उन्हें यकीन नहीं हुआ। इसके बाद जब मां-बाप ने पीड़िता का मेडिकल कराया तो रेप की पुष्टि हुई। इसके बावजूद पीड़िता के मां-बाप जैन मुनि और समाज के डर से पुलिस के पास जाने से बचते रहे। लेकिन आखिरकार पीड़िता पुलिस के पास जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस में मामला आने बाद पूरी कहानी से पर्दा हट गया।
धार्मिक क्रिया के लिए रोका
पुलिस के सीनियर आॅफिसर के अनुसार मूल रूप से मध्य प्रदेश की रहने वाली 19 वर्षीय यह युवती वडोदरा में रहती है। युवती ने सूरत के पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा था, जिसमे आरोप लगाया गया था कि जैन मुनि ने एक अक्टूबर को सूरत के नानपुरा टीमलियावाड में उसके साथ रेप किया था। युवती ने बताया था कि वह अपने परिजनों के साथ उनके पास धार्मिक प्रसंग के लिए जैन मुनि के पास आई थी। युवती का आरोप है कि जैन मुनि इन दिनों सूरत में चातुमार्स कर रहे हैं और उन्होंने उसको धार्मिक क्रिया के लिए रात में रुकने को कहा था, जिसके बाद उन्होंने युवती के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया। युवती की शिकायत पर शुक्रवार को ही यहां अठवा थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई।