दोषी के वकील पर 25 हजार रुपए का जुर्माना
हाईकोर्ट ने पहले सुनवाई के लिए 24 जनवरी की तारीख तय की थी। लेकिन निर्भया के माता-पिता की आपत्ति के बाद कोर्ट 19 दिसंबर को ही याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने इस केस में दोषी अक्षय की पुनर्विचार याचिका खारिज कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने अक्षय की फांसी की सजा को बरकरार रखते हुए कहा कि दलीलों में विचार करने लायक कुछ भी नहीं है।
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गौरतलब है कि 16 दिसंबर, 2012 की रात दिल्ली में पैरामेडिकल छात्रा (निर्भया) से 6 लोगों ने चलती बस में दरिंदगी की थी। पीड़िता को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालात बिगड़ने पर निर्भया को इलाज के लिए सिंगापुर रेफर किया गया। लेकिन इलाज के दौरान छात्रा ने दम तोड़ दिया। इस मामले में पवन, अक्षय, विनय और मुकेश को फांसी की सजा सुनाई गई है। ट्रायल के दौरान मुख्य दोषी राम सिंह ने तिहाड़ जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।