ख्वाजा ने यह भी बताया कि वॉर्नर को अपना टेस्ट और वनडे करियर खत्म करने पर कैसा महसूस हो रहा है। ख्वाजा ने कहा कि एक साथ खेलना और इतने लंबे समय तक साथ रहना बेहद खास है। अब उस यात्रा का एक हिस्सा समाप्त हो रहा है।
थोड़े भी नहीं बदले वॉर्नर: ख्वाजा
ख्वाजा ने वॉर्नर के साथ अपने सफर को याद करते हुए कहा कि वह एक क्रिकेट खेलने वाला बच्चा था, जो ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने का सपना देखता था और उनका मानना है कि वह अपने बचपन के दिनों से थोड़ा भी नहीं बदला है।
ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल सलामी बल्लेबाजों में से एक
2011 में अपने डेब्यू के बाद से 111 टेस्ट मैचों में वॉर्नर ने 44.6 की औसत से 8,695 रन बनाए हैं, जिसमें 26 शतक और 36 अर्धशतक शामिल हैं, जो कम समय में विपक्षी टीम से खेल छीनने में सक्षम साबित हुए हैं। ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल सलामी बल्लेबाजों में से एक हैं।