इंग्लैंड के खिलाफ कुलदीप और चहल नहीं चले थे
बता दें कि इंग्लैंड के खिलाफ रविवार को खेले गए मैच में लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव ने काफी रन लुटाए थे। इन दोनों ने तकरीबन 160 रन देकर महज एक विकेट निकाले थे। इस वजह से अगले मैच में टीम में रविंद्र जडेजा को शामिल किए जाने की चर्चा होने लगी है। इसी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बांगर ने उक्त बातें कही, हालांकि उन्होंने दोनों कलाई के स्पिनरों का बचाव भी किया। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ कुलदीप और चहल का विफल होना कभी-कभार होने वाली बात है।
संजय बांगर ने कहा कि टीम इंडिया के सभी विकल्प खुले हैं। टीम मैनेजमेंट सभी तरह का संयोजन आजमाने को तैयार हैं। टीम के पास हार्दिक पांड्या समेत चार तेज गेंदबाज का भी विकल्प है तो जडेजा को भी टीम में शामिल किया जा सकता है। सभी खिलाड़ी टीम संयोजन के हिसाब से खेलने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि बल्लेबाजी के लिए निचले क्रम में भुवनेश्वर कुमार अहम साबित हो सकते हैं और जडेजा भी नंबर आठ पर अच्छी बल्लेबाजी करने में सक्षम हैं। इससे नंबर छह और सात पर खेलने वाले खिलाड़ियों को राहत मिलेगी और वह थोड़ी जल्दी आक्रामक बल्लेबाजी की शुरुआत कर सकते हैं। हम इस नजरिये पर भी चर्चा कर रहे हैं।
टीम के लिए हर मैच है अहम
संजय बांगर ने कहा कि टीम के लिए हर मैच अहम है। उन्हें अगले मैच में भी कोशिश करनी होगी। टीम उन चीजों पर ध्यान देगी, जो गलत हुई है और उन्हें सही करने की कोशिश करेगी। उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी का बचाव करते हुए कहा कि उनकी बल्लेबाजी पर सवाल उठाना सही नहीं है। एक-दो बार छोड़कर उन्होंने हमेशा जिम्मेदारी निभाई है। सात में से पांच मैचों में उन्होंने अपना काम किया है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रोहित के साथ 70 रनों की साझेदारी की। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी उन्होंने अपना काम किया। विंडीज के खिलाफ मुश्किल विकेट पर 56 अहम रन बनाए। बांगर ने कहा कि वह इस बात पर हैरान हैं कि यह सवाल हमेशा क्यों उठ जाता है। धोनी टीम के लिए अपना काम कर रहे हैं और हम सब उनसे खुश हैं।
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नंबर चार पर पंत की तरफदारी की
संजय बांगर ने ऋषभ पंत की तरफदारी करते हुए कहा कि वह नंबर-4 पर उनके साथ ही जाना चाहेंगे। शिखर धवन के जाने के बाद टीम प्रबंधन को बाएं हाथ के एक बल्लेबाज की कमी खल रही थी। दाएं-बाएं हाथ के बल्लेबाजों की जोड़ी मध्य के ओवरों में गेंदबाजों को परेशान करती है। इसी कारण आदिल राशिद उतने ओवर नहीं कर सके, जितना वह करते हैं।