विंडीज में स्पिनर्स को होगा ज्यादा फायदा
दरअसल, ग्रुप मुकाबले अमेरिका में खेले गए थे, जहां की पिचें तेज गेंदबाजों की मददगार थी, लेकिन सुपर-8 मुकाबले वेस्टइंडीज में खेले जाएंगे, जहां स्पिनर गेंदबाजों को ज्यादा फायदा होगा। पिछले तीन मैचों में भारतीय टीम तीन तेज गेंदबाज दो स्पिनरों के साथ उतरी हैं। लेकिन, अब टीम इंडिया दो मुख्य तेज गेंदबाज और तीन स्पिनरों को अंतिम एकादश में जगह देगी। इसके तहत, चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव की अंतिम एकादश में वापसी होगी और वह टीम के सबसे मुख्य हथियार होंगे। ऐसे में टीम कुलदीप के अलावा रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल के साथ मैदान पर उतरेगी।
कुलदीप यादव का प्रदर्शन रहा शानदार
पिछले कुछ महीनों से कुलदीप यादव का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है। 2023 में खेले गए आईसीसी वनडे विश्व कप में कुलदीप ने 11 मैचों में 15 विकेट चटकाए थे। कुलदीप ने आखिरी अंतरराष्ट्रीय टी-20 मुकाबला इस साल जनवरी में अफगानिस्तान के खिलाफ खेला था। वहीं, आइपीएल 2024 में उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलते हुए 16 विकेट चटकाए। युजवेंद्र चहल को करना होगा इंतजार
भारतीय टीम में लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल भी हैं, लेकिन उनको अंतिम एकादश में स्थान मिलना अभी मुश्किल है। दरअसल, टीम इंडिया बल्लेबाजी में गहराई चाहती है और इस कारण जडेजा और अक्षर पटेल को ज्यादा तव्वजो मिलती है। ये दोनों ना सिर्फ निचलेक्रम पर ही नहीं, बल्कि जरूरत पड़ने पर उपरीक्रम पर भी बल्लेबाजी करने में माहिर हैं।
सिराज और अर्शदीप में कौन होगा बाहर?
भारतीय टीम के लिए यह चुनाव करना मुश्किल है कि कुलदीप यादव की वापसी के बाद तेज गेंदबाजी में किसका पत्ता कटेगा। जसप्रीत बुमराह का खेलना तय है।। ऐसे में मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह में से किसी एक को बाहर बैठना पड़ेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, अर्शदीप सिंह का पलड़ा भारी है क्योंकि उन्होंने अभी तक खेले गए तीन मैचों में सात विकेट चटकाए हैं। वहीं, सिराज तीन मैचों में सिर्फ एक विकेट ही हासिल कर सके हैं।