आखिर क्यों हैं चर्चा में कोंटास?
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम में जगह बनाने को लेकर सैम कोंटास हाल ही में नाथन मैक्स्वीनी के साथ खासे चर्चा में रहे हैं। हालाकि वह ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं का दिल जीतने में नाकाम रहे हैं। अब जब प्राइम मिनिस्टर XI की ओर से रविवार को उन्होंने शतक लगाया तब उनकी चर्चा फिर होने लगी। इसकी वजह मार्नस लाबुशेन और नाथन मैक्स्वीनी का खराब फॉर्म रहा है। पढ़ें: सूर्य कुमार यादव को लेकर अच्छी खबर, श्रेयस अय्यर की कप्तानी में इस टूर्नामेंट में चौके-छक्के लगाते हुए आएंगे नजर नाथन मैकस्वीनी का भारत के खिलाफ टेस्ट डेब्यू अपेक्षा के मुताबिक नहीं रहा है। उन्होंने भारत के खिलाफ पर्थ टेस्ट मैच की पहली पारी में 10 और शून्य रन बनाए थे। वहीं पिछले दो वर्ष से मार्नस लाबुशेन का प्रदर्शन भी बेहद निराशाजनक रहा है। पर्थ टेस्ट मैच में लाबुशेन ने 52 गेंदों का सामना किया और 3.84 की स्ट्राइक रेट से कुल 2 रन बनाए। यह टेस्ट इतिहास में ऑस्ट्रेलिया के किसी भी शीर्ष क्रम के बल्लेबाज की ओर से सबसे धीमी पारी है।
घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन
दाहिने हाथ के बल्लेबाज सैम कोंटास घरेलू क्रिकेट में काफी चर्चित चेहरा हैं। उन्होंने घरेलू टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है। वह ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 और न्यू साउथ वेल्स की ओर से खेल चुके हैं। अब यदि प्राइम मिनिस्टर XI की ओर से किए गए शानदार प्रदर्शन को देखते हुए भारत के खिलाफ आगामी टेस्ट मैचों के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम में उन्हें चुना जाता है तो यह अभूतपूर्व चयन होगा।
भारत ने वॉर्म अप मैच जीता
गौरतलब है कि दो दिनी डे-नाइट वॉर्मअप मैच का पहला दिन बारिश से धुल गया था, वहीं दूसरे दिन भी बारिश ने खलल डाला। ऐसे में दोनों टीमों की ओर से 46-46 ओवर का मैच खेला गया। भारत से टॉस हारकर प्राइम मिनिस्टर XI ने पहली पारी में 43.2 ओवर में 240 रन बनाए। वहीं, भारत ने 46 ओवर में 5 विकेट पर 257 रन बनाकर मुकाबले को अपने नाम किया।