उन्होंने कहा कि आरएसएस के कंधे पर बैठकर सत्ता में पहुंची भाजपा, उसी आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत की बातों को नहीं मान रही है। डोटासरा ने कहा कि बीजेपी हिंदू-मुस्लिम करके राजनीतिक रोटियां सेक रही है।
सरकार का 1 साल पूरा होने पर क्या कहा?
वहीं, सरकार का एक साल पूरा होने पर पीसीसी चीफ डोटासरा ने निशाना साधते हुए कहा कि एक साल में
राजस्थान में विकास के कोई काम नहीं हुए हैं। गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि सरकार का 1 साल पूरा हो चुका है। 1 साल में जनप्रतिनिधियों और जनता के कामों की उपेक्षा हो रही है। सबको पता था कि नवंबर महीने में 59 के लगभग नगर निकाय के चुनाव होने थे। चुनाव के लिए वोटर लिस्ट बनाना, आरक्षण की व्यवस्था करना सहित तमाम काम करने थे। लेकिन वह हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। क्योंकि उनकी मंशा खराब थी।
उन्होंने कहा कि अब 17 जनवरी को पंचायतीराज के प्रथम फेज के चुनाव का समय हो चुका है। लेकिन उसके लिए भी कोई काम नहीं हुआ है। निकाय चुनाव पर बोलते हुए गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि बीजेपी सरकरा नगर निकायों में प्रशासक लगाकर जनप्रतिनिधियों को अधिकारों से वंचित करना चाहती है।
संगठन में निष्क्रिय लोगों पर गिरेगी गाज
अपने संगठन पर बोलते हुए गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस संगठन में ब्लॉक स्तर के पदों को जल्द भरे जाएंगे। मंडल और ब्लॉक लेवल पर हमारे जो पद खाली है, उन्हें भरने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। चाहे बूथ अध्यक्ष हो या उनके कार्यकारिणी बनाने की बात हो, इन सभी के लिए प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही परिवर्तन देखने को मिलेगा। कहा कि संगठन में जो लोग निष्क्रिय हैं उनकी जगह दूसरे लोगों को मौका देंगे, इसकी प्रक्रिया जल्द देखने को मिलेगी। इस दौरान डोटासरा ने कहा कि धर्मांतरण यह बिल पास नहीं होगा। हर चीज के लिए कानून पहले से मौजूद है। संविधान में व्यवस्था है और पहले से कानून भी है। वह नहीं करके केवल जनता का मुद्दों से ध्यान डायवर्ट करने के लिए ऐसी चीजें लेकर आते हैं। जब वसुंधरा सरकार थी तो वह भी बिल लेकर आई थी,उसका क्या हश्र हुआ?
किरोड़ी लाल पर डोटासरा ने क्या कहा?
भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। किरोड़ी लाल मीणा मंत्रिमंडल की बैठक में नहीं पहुंच रहे हैं…जनता सब कुछ देख रही है। भाजपा को जवाब देना चाहिए, क्योंकि वह कांग्रेस के साथ नहीं, बल्कि जनता के साथ धोखा कर रही है। संविधान की शपथ के मुताबिक सरकार काम नहीं कर पा रही है। सरकार की जवाबदारी है कि वह जनता को बताए हमारे मंत्री-संतरी काम नहीं कर पा रहे हैं। वहीं, पंचायतीराज पर बोलते हुए डोटासरा ने कहा कि वन स्टेट-वन इलेक्शन की बात कर रहे हैं, लेकिन कानून में आज तक कोई संशोधन नहीं। पंचायतीराज का कानून है कि हर हाल में 6 महीने में चुनाव करवाने पड़ेंगे। डोटासरा ने कहा कि कोरोना के दौरान हमें सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा था, हमें सुप्रीम कोर्ट ने परमिशन दी थी, लेकिन ये लोग तो कोर्ट में भी नहीं जा रहे हैं।
गौरतलब है कि बीते शनिवार को भजनलाल सरकार ने कैबिनेट बैठक में कई अहम निर्णय लिए हैं। इनमें से विधानसभा के शीतकालीन सत्र में धर्मांतरण बिल लाने को भी मंजूरी दी है। इस निर्णय के बाद सियासी गर्माहट बढ़ी हुई है।