सीएचसी सांडवा में महिला रोग विशेषज्ञ चिकित्सक की भी कमी है। इससे अस्पताल पहुंचने वाली महिला रोगियों को बिना उपचार वापस घर लौटना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि अस्पताल में दो बार महिला चिकित्सक के आने पर क्षेत्र की महिलाओं में आशा की किरण जगी थी। परंतु दोनों ही चिकित्सकों ने थोड़े समय के लिए ही अपनी सेवा दी और वापस कहीं और स्थानांतरण हो गया जिसके बाद लंबे समय से गांव में कोई भी महिला डाक्टर की नियुक्ति नहीं हुई। सीएचसी सांडवा में एक महीने में 10 से 15 प्रसव के केस आते हैं। ज्यादा सीरियस डिलीवरी केस चिकित्सक द्वारा रैफर कर दिया जाता। अव्यवस्था के कारण इन दिनों मरीजों का रुझान अस्पताल से कम होता जा रहा है।
अस्पताल में डाक्टरों की कमी के कारण ही एक टाइम में केवल एक ही डॉक्टर ओपीडी में बैठ पाता है। अस्पताल में अनेक इमरजेंसी केस में काम आने वाली सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने के कारण किसी भी गंभीर मरीज का उपचार नहीं हो पाता है। ब्लड स्टोरेज की सुविधा नहीं होने से डिलवरी का सीरियस केस अस्पताल में ब्लड बैंक की सुविधा नहीं होने के कारण रैफर करना पड़ता है।
डा. लोकेश श्रीवास्तव, प्रभारी, सीएचसी, सांडवा