संवाद में युवाओं ने पेपर लीक को लेकर अपना दर्द पत्रिका समूह के प्रधान सम्पादक को बताया। युवाओं ने कहा कि पेपर लीक माफिया की वजह से बेरोजगारों के नौकरी के अरमान टूट रहे है, कई साल की तैयारी के बाद भी नौकरी नहीं मिल रही है। कुछ सामाजिक संगठनों ने चिंता जताई कि सरकार की ओर से जितनी भी राहत की घोषणाएं की जाती हैं वे अपने वोट बैंक को टारगेट करते हुए और तुष्टिकरण के लिए की जाती हैं। अनेक लोगों ने इस बात पर भी अफसोस जताया कि चुनाव में जातीय राजनीति बहुत ज्यादा हावी होने से माहौल खराब होता है और वैमनस्यता बढ़ रही है।
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, पूर्व विधायक सीएस बैद, पराक्रम राठौड़, भाजपा नेता राकेश जांगिड़, माकपा नेता निर्मल कुमावत, कांग्रेस प्रत्याशी रफीक मण्डेलिया, राजस्थान महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज, सभापति पायल सैनी, कांग्रेस प्रदेश सचिव रियाजत खान, भाजपा प्रत्याशी हरलाल सहारण, जिला अध्यक्ष बसंत शर्मा, पूर्व सभापति विजय शर्मा सहित अन्य से संवाद किया।