दोनों चरणों की गणना में 14 करोड़ 94 लाख 75 हजार रुपए प्राप्त हुए। तीसरे चरण की गणना मंगलवार को होगी। मन्दिर मण्डल अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर, सदस्य संजय कुमार ,भेरूलाल सोनी, अशोक शर्मा, ममतेश शर्मा, शम्भू सुथार, प्रसासनिकअधिकारी दितिय नन्द, किशोर टेलर, संस्थापन अधिकारी लहरी लाल गाडरी, मन्दिर प्रभारी राजेंद्र शर्मा, हरलाल गूर्जर एवं बेंक कर्मचारी ओर मन्दिर मण्डल कर्मचारी उपस्थित थे।
चित्तौड़गढ़ का सांवलियाजी मंदिर: एक 450 साल पुराना धार्मिक स्थल
चित्तौड़गढ़ के मंडफिया में स्थित श्री सांवलियाजी का मंदिर लगभग 450 साल पुराना है। मेवाड़ राजपरिवार द्वारा निर्मित इस मंदिर को कृष्ण धाम के रूप में जाना जाता है। यह मंदिर चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन से 41 किमी और डबोक एयरपोर्ट-उदयपुर से 65 किमी की दूरी पर स्थित है।
मीरा बाई से जुड़ाव
मंदिर के देवता, सांवलिया जी का मीरा बाई से गहरा संबंध माना जाता है। मान्यता है कि मंदिर में स्थित सांवलिया जी वही गिरधर गोपाल हैं जिनकी मीरा बाई पूजा किया करती थीं।
एक करोड़ श्रद्धालुओं का सालाना आगमन
सांवरिया सेठ की मान्यता के कारण, देश के कोने-कोने और विदेशों से लगभग एक करोड़ लोग हर साल मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर के पुजारियों के अनुसार, हर माह लगभग 8.5 लाख श्रद्धालु मंदिर में आते हैं।