नारंगी रंग: टेशू के फूल को उबालें। कुछ ही समय में वे रंग छोड़ देंगे। अब ठंडा करें और उसे गाढ़ा करने के लिए मैदा मिक्स करें।
ग्रीन कलर: नीम की पत्ती को साफकर उबाल लें। अब उन्हें मिक्सी में पीस लें। पानी में घोलकर छान लें और इस्तेमाल करें।
लाल रंग: गुलाब व गुड़हल के फूल को पानी में उबालें। थोड़ी देर में ही पानी का रंग लाल हो जाएगा। अब उसे छानकर स्तेमाल करें।
पीला रंग: पलाश, टेशू व गेंदे के फूल को पानी में उबालें। गाढ़ा करने आप उसमें हल्का मैदा मिक्स कर सकते हैं।
केसरिया रंग: गुलमोहर की पत्तियों को उबालकर पीस लें। अब उसमें पानी मिलाएं और छान लें। केसरिया रंग तैयार है।
– अधिकतर कलर में सेंट के साथ इंजन ऑयल मिलाया जाता है। सूंघकर आप नेचुरल कलर की पहचान कर सकते हैं।
– कलर घोलने पर यदि कुछ कण बचते हैं, तो उस कलर में अन्य तत्व मिले हैं।
– रंग को जलाने पर उससे सफेद की जगह किसी अन्य कलर का धुआं निकलता है, तो उसमें मिलावट है।
– कलर को हाथ में रखकर पानी की बूंद डालते ही कुछ देरे में जलन होने लगती है।