एक अगस्त से शुरू होगा रजिस्ट्रेशन, ये है कॉलेजों में आनलाइन प्रवेश का पूरा शेड्यूल छिंदवाड़ा शहर में हुए इस अनोखे विवाह की चर्चा सभी जगह हो रही है। इसमें सामाजिक ताने-बाने को दरकिनार कर एक लडक़ी की खुशियों को प्राथमिकता दी गई। नागपुर रोड, सर्रा में रहने वाले ठाकरे परिवार ने 2017 में अपने तीसरे बेटे श्वेताम्बर ठाकरे का विवाह, पाठाढाना की बेटी निशा से किया।
ओंकारेश्वर में सावन में सबसे पहले इन भक्तों को मिलेगा शिव दर्शन का मौका हालांकि भाग्य को कुछ और ही मंजूर था। एक छोटे से बेटे को गोद में छोडकऱ श्वेताम्बर लीवर की बीमारी से गत साल 2020 में काल कवलित हो गया। सिर्फ 22 साल की छोटी सी उमर में वैधव्य का दुख झेल रही बहू का दुख ठाकरे परिवार से देखा नहीं गया।
कबूतर का दर्द देखकर तड़प उठा लखन, Video में देखें कैसे खुद खतरा उठाकर बचाई उसकी जान उन्होंने बड़ी खोजबीन करके बरारीपुरा में युवा आषीश से 15 जुलाई को धूमधाम से शादी करवा दी। सारा खर्च ठाकरे परिवार ने ही किया। सभी रस्म मायके पक्ष की तरह निभाई गईं और बेटी बन चुकी बहू की नम आंखों से विदाई भी की। विवाह में पूर्व निगम सभापति विजय पांडेय, भइयाजी शिवहरे सहित कई जनप्रतिनिधि भी शामिल रहे।
पीताम्बरा पीठ पर पूजा—अर्चना करने आए मंत्री तुलसी सिलावट ने माता बगुलामुखी से की ये विशेष कामना संयुक्त ठाकरे परिवार में कुल 22 सदस्य हैं। बहू के पिता बन चुके जेठ दिगम्बर ठाकरे ने बताया कि बहू का अकेलापन उन्हें टीस देता था। इसलिए उसकी सहमति से उन्होंने लडक़े की खोजबीन की। बहू का ससुराल अब उसका मायका है, उसके पिता की हैसियत से अब वे मायके में उसे सम्मान देते हुए बुलाएंगे।