कमरों की बनी हुई है कमी
जिले के चार विकासखंड में एक-एक सीएम राइज स्कूल संचालित हो रहे हैं, लेकिन किसी में भी पर्याप्त कमरे नहीं हैं। गुरैया हाईस्कूल के लिए 40 करोड़ रुपए सीएम राइज स्कूल के लिए फंड स्वीकृत है, लेकिन पहले से लेटलतीफी कार्य के चलते इस स्कूल के चार कमरे ही पिछले दो साल से तैयार नहीं हो सके हैं।
इस तरह करना था सीएम राइज स्कूलों को तैयार
प्राइमरी कक्षाओं को बच्चों के मानसिक स्तर को ध्यान में रखकर तैयार किया जाना है। बायो टॉयलेट, सुरक्षा गार्ड, स्मार्ट कक्षाएं, मेडिकल रूम, खेल मैदान, कम्प्यूटर रूम, म्यूजिक रूम, भोजन कक्ष, छात्रावास और बस की सुविधा के साथ सीसीटीवी की भी व्यवस्था की जानी थी, लेकिन न तो सीएम राइज स्कूलों को ड्रेस मिली, न परिवहन के लिए बस और न ही जरूरत के अनुसार कमरों की व्यवस्था है।
इनका कहना है
तीसरा टेंडर लगाया है। ट्रांसपोर्टरों को अपने स्तर से बिड डालनी चाहिए। ड्रेस तय नहीं हुई है। इस साल संचालित हो रहेे स्कूल ड्रेस को ही मान्य किया जा रहा है। अगले सत्र तक ड्रेस कोड लागू हो सकता है। अन्य व्यवस्थाओं के लिए तैयारी चल रही है।
जिला शिक्षा अधिकारी